नई दिल्ली: इंडोनेशिया में भीषण बाढ़ से प्रभावित सुमात्रा द्वीप के कुछ लोगों ने जीवित रहने के लिए भोजन सामग्री और पानी की तलाश में लूटपाट की। अधिकारियों ने रविवार को यह जानकारी दी। इंडोनेशिया में लगभग एक सप्ताह पहले आई बाढ़ में अब तक 303 लोगों की मौत हो चुकी है, यह संख्या बढ़ने की आशंका है। बाढ़ के कारण हजारों लोगों को अपना घर छोड़कर सुरक्षित स्थानों पर शरण लेने के लिए मजबूर होना पड़ा है।
सुमात्रा में बाढ़ के कारण भूस्खलन हुआ, सड़कें क्षतिग्रस्त हो गईं, द्वीप के कुछ हिस्से कट गए तथा संचार लाइनें टूट गईं। चुनौतीपूर्ण हालात और साजो सामान की कमी ने भी बचाव कार्यों में बाधा डाली है। उत्तरी सुमात्रा के सबसे अधिक प्रभावित शहर सिबोल्गा और मध्य तपनौली जिले तक सहायता पहुंचने में देरी हुई है।
सोशल मीडिया पर प्रसारित वीडियो में लोगों को भोजन, दवाइयां और गैस हासिल करने के लिए अवरोधकों, पानी से भरी सड़कों और टूटे हुए कांच को पार करते हुए देखा जा सकता है। कुछ लोग तो क्षतिग्रस्त दुकानों तक पहुंचने के लिए कमर तक भरे बाढ़ के पानी में भी चले गए।
उत्तरी सुमात्रा की पुलिस ने शनिवार शाम को पहली बार लूटपाट की घटनाओं की जानकारी दी। पुलिस प्रवक्ता फेरी वालिंटुकन ने बताया कि हालात को नियंत्रित करने के लिए क्षेत्रीय पुलिस बल को तैनात किया गया है। उन्होंने कहा, ‘‘लूटपाट तब हुई जब राहत सामग्री पहुंची नहीं थी। वे (निवासी) नहीं जानते थे कि मदद आने वाली है और उन्हें डर था कि वे भूखे मर जाएंगे।’’