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फ्लाइट कैंसिलेशन बढ़े, सरकार और रेगुलेटर पर विपक्ष का निशाना

अलग-अलग पार्टियों के सांसदों ने इंडिगो, DGCA और MoCA की कड़ी आलोचना की, और यात्रियों की परेशानी और तुरंत कार्रवाई की ज़रूरत की ओर ध्यान दिलाया।

दिल्ली : इंडिगो के ऑपरेशन में रुकावट शुक्रवार को तीसरे दिन भी जारी रही, पूरे भारत के बड़े एयरपोर्ट पर 600 से ज़्यादा फ़्लाइट कैंसिल हो गईं। इससे पहले पिछले दिन 550 से ज़्यादा फ़्लाइट कैंसिल हुई थीं, जिससे यात्रियों को यात्रा में बहुत दिक्कतें हुईं। अलग-अलग पार्टियों के सांसदों ने इंडिगो, डायरेक्टोरेट जनरल ऑफ़ सिविल एविएशन (DGCA), और मिनिस्ट्री ऑफ़ सिविल एविएशन (MoCA) की कड़ी आलोचना की, और यात्रियों की परेशानी और तुरंत कार्रवाई की ज़रूरत की ओर ध्यान दिलाया।

कांग्रेस MP कार्ति पी चिदंबरम ने इंडिगो की मौजूदा स्थिति को एक राष्ट्रीय संकट बताया है। X पर एक कड़े शब्दों वाले पोस्ट में उन्होंने कहा कि सरकार को पार्लियामेंट में एक बयान देना चाहिए जिसमें बताया जाए कि यह संकट किस वजह से पैदा हुआ है और सरकार इसे हल करने के लिए क्या कर रही है, क्योंकि इसका असर पूरे देश के यात्रियों पर पड़ रहा है।

शिवसेना (UBT) MP प्रियंका चतुर्वेदी ने X पर पोस्ट करते हुए कहा, "अगर DGCA और MoCA यात्रियों की सुरक्षा, यात्रियों के अधिकार, हवाई किराए, एयरलाइन सुरक्षा, क्रू शेड्यूल को नियमों के मुताबिक लागू नहीं कर सकते तो मिनिस्ट्री को बंद कर देना चाहिए!" उनके बयान में रेगुलेटरी निगरानी को लेकर बड़ी चिंताएं दिखीं, क्योंकि देरी और कैंसलेशन बढ़ रहे थे।

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