नयी दिल्ली : ईडी ने कहा कि उसे एक ‘डिजिटल अरेस्ट’ मामले में धनशोधन जांच के तहत कई ‘फिनटेक’ (वित्तीय प्रौद्योगिकी) कंपनियों की ‘कई बड़ी चूक’ का पता चला है। इस मामले में दो आरोपितों को पकड़ा गया है। यह धनशोधन जांच चेन्नई पुलिस की एक प्राथमिकी का संज्ञान लेकर शुरू की गयी। एक बुजुर्ग ने चेन्नई पुलिस से शिकायत की थी कि साइबर अपराधियों ने ‘डिजिटल अरेस्ट’ कर उनसे 33 लाख रुपये ऐंठ लिये। ईडी ने कहा कि उसने इस जांच के तहत पश्चिम बंगाल, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, गुजरात और महाराष्ट्र में 30 से अधिक स्थानों पर ‘सघन’ तलाशी ली। उसके सामने कई फिनटेक कंपनियों की ‘कई बड़ी चूक’ भी सामने आयीं, जो ‘अपने ग्राहक को जानें (केवाईसी)’ मानदंडों का पालन करने में ‘विफल’ रहीं और जिन्होंने ‘फर्जी’ संस्थाओं तथा व्यक्तियों से नकदी स्वीकार की। ईडी ने कहा कि सैकड़ों करोड़ रुपये की ये नकदी डिजिटल या साइबर अपराधों से प्राप्त दागी धनराशि होने का संदेह है।