नई दिल्ली: बंधकों की रिहाई को लेकर हमास के साथ इजराइली सरकार के डील को लेकर सरकार के भीतर ही विरोध शुरू हो गया है। इजराइल के वॉर कैबिनेट में तीखी बहस देखने को मिली। इजराइल के नेशनल सिक्योरिटी मिनिस्टर बेन ग्विर ने इस डील का कड़ा विरोध किया. बेन ग्विर ने कहा कि हम एकजुट नहीं। ये नुकसान पहुंचाने वाला फैसला है। वहीं, पूर्व रक्षा मंत्री बेनी गैंट्ज ने भी इस डील को लेकर कड़ी नाराजगी जताई। इजराइली कैबिनेट में शामिल 38 सदस्यों में से तीन ने इस डील का विरोध किया।
गैंट्ज ने इजराइल के वित्त मंत्री बेजेलेल स्मोट्रिच को गुस्से में जवाब दिया। गैंट्ज ने कहा कि क्या आप सिनवार पर हमसे ज्यादा भरोसा करते हैं? वहीं, कल्चर और स्पोर्ट्स मिनिस्टर मिकी जोहर और खुफिया मंत्री गिला गैमलियल की नेशनल सिक्योरिटी मिनिस्टर बेन ग्विर से बहस हो गई। बेन ग्विर ने कहा कि हम एकजुट नहीं। ये नुकसान पहुंचाने वाला फैसला है।
बता दें कि इजराइल की कैबिनेट ने बुधवार को हमास के साथ युद्धविराम को अपनी मंजूरी दे दी. इस डील के तहत हमास 50 बंधकों को रिहा करेगा। वहीं, इसके बदले वह इजराइल की जेलों में बंद फिलिस्तीन के 150 कैदियों को छुड़वाएगा। इजराइल और हमास के बीच यह डील करीब-करीब फाइनल हो गई है। इजराइली सरकार ने कहा कि इस समझौते के तहत हमास अगले चार दिन में 50 बंधकों को रिहा करेगा। इन बंधकों में महिलाएं और बच्चे शामिल हैं। बता दें कि सात अक्टूबर के जंग के बाद हमास करीब 240 इजराइली नागरिकों को बंधक बनाकर रखा है।
उधर, इजरायल-हमास समझौते के बाद इजराइली पीएम नेतन्याहू का बयान एक बार फिर आग में घी डालने का काम कर सकता है। नेतन्याहू ने फिर हमास को धमकी दे दी। ऐसे नाजुक समय में ये बयान इजराइल के लिए उल्टा पड़ सकता है। बीती रात हुई वॉर कैबिनेट की बैठक के बाद नेतन्याहू ने कहा कि हमास के खिलाफ जंग नहीं रुकेगी। बंधकों को छोड़ने के बाद भी हम प्रहार जारी रखेंगे। पीएम नेतन्याहू ने कहा कि जब तक सारे बंधक छोड़ नहीं दिए जाते तब तक हम हमास के साथ जंग में बने रहेंगे। उन्होंने कहा कि जीत हासिल होने तक जंग नहीं रुकेगी।
दरअसल, बंधकों की रिहाई को लेकर कतर मध्यस्थता कर रहा है। गुरुवार तक बंधकों की रिहाई मुमकिन है। बता दें कि इजराइली हमलों में गाजा में अब तक 12,000 से अधिक लोग मारे गए हैं और 2700 से अधिक लापता हैं। वहीं, घायलों की संख्या 26 हजार के पार है। अक्टूबर की सुबह हमास ने अचानक से इजराइल पर हमला कर दिया था। उसने इजराइल के कई शहरों में 5000 से ज्यादा रॉकेट दागे। इसके बाद इजराइल ने भी जवाबी कार्रवाई शुरू की। इजराइल ने भी गाजा में घुसकर हमास के सैंकड़ों ठिकानों को तबाह कर दिया। इस हमले में हमास के आतंकियों के साथ हजारों फिलिस्तीनी नागिरकों की भी मौत हो गई।