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सहकारी बैंक घोटाला मामला : आरोपपत्र में माकपा भी अभियुक्त

राजनीतिक पार्टी के अभियुक्त बनने का दूसरा मामला

कोच्चि : प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने करुवन्नूर सर्विस कोऑपरेटिव बैंक घोटाला मामले में दायर एक नए आरोपपत्र में केरल में सत्तारूढ़ मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) को अभियुक्त बनाया है। आधिकारिक सूत्रों ने यह जानकारी दी। यह मात्र दूसरा मामला है, जिसमें ईडी ने धनशोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत किसी राजनीतिक संगठन को अभियुक्त बनाया है। धनशोधन की जांच जुलाई 2021 में केरल पुलिस की अपराध शाखा द्वारा त्रिशूर में दर्ज 16 प्राथमिकियों से शुरू हुई है, जिनमें माकपा नियंत्रित बैंक में 150 करोड़ रुपये की कथित धन अनियमितताओं के आरोप शामिल हैं।

कुल अपराध 300 करोड़ रुपये का

सूत्रों ने बताया कि ईडी ने दावा किया है कि इस मामले में कुल अपराध करीब 300 करोड़ रुपये का हुआ है। ईडी ने पिछले वर्ष, आम आदमी पार्टी (आप) को शराब ‘घोटाला’ मामले में अभियुक्त बनाया था। आप उस समय दिल्ली में सत्ताधारी पार्टी थी। सूत्रों ने बताया कि ईडी ने इस मामले में दायर अपने पहले पूरक आरोपपत्र में कुल 28 संस्थाओं और व्यक्तियों को नामजद किया है और जिन लोगों पर आरोप लगाया गया है उनमें माकपा, इसके सांसद के राधाकृष्णन, पार्टी विधायक एसी मोइदीन और अन्य शामिल हैं। माकपा का नाम त्रिशूर जिला समिति के पार्टी सचिव के माध्यम से शामिल किया गया है। वाम दल ने इससे पहले ईडी द्वारा लगाए गए आरोपों को खारिज करते हुए कहा था कि वह कानूनी और राजनीतिक रूप से इनसे लड़ेगी। उन्होंने कहा कि अभियोजन पक्ष की शिकायत सोमवार को कोच्चि स्थित विशेष पीएमएलए अदालत के समक्ष दायर की गयी। आरोपपत्र धनशोधन निवारण अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत दायर किया गया है, जिसमें धारा 70 (कंपनियों द्वारा किए गए अपराध और इसके प्रवर्तकों का दायित्व) भी शामिल है। सूत्रों ने बताया कि इस आरोप-पत्र के साथ ही इस मामले में आरोपितों की कुल संख्या करीब 83 हो गयी है। 2023 में दाखिल पहले आरोप-पत्र में 55 अभियुक्त थे।

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