दीमापुर : दीमापुर, जो नगालैंड का एक प्रमुख शहरी केंद्र है, अब एक उल्लेखनीय परिवर्तन के दौर से गुजर रहा है। तेन्यिमी स्टूडेंट्स यूनियन, दीमापुर (टीएसयूडी) ने दीमापुर म्युनिसिपल परिषद (डीएमसी) के सहयोग से एक दीर्घकालिक सफाई और सुंदरीकरण अभियान की शुरुआत की है। यह अभियान केवल एक सफाई कार्यक्रम नहीं, बल्कि एक सामुदायिक चेतना आंदोलन है, जिसका उद्देश्य दीमापुर को स्वच्छ, हरित और अधिक रहने योग्य शहर बनाना है।
· शहर में दीर्घकालिक स्वच्छता सुनिश्चित करना
· दीमापुर को एक मॉडल टाउन के रूप में विकसित करना
· नागरिक जिम्मेदारी की भावना को बढ़ावा देना
· पर्यावरण संरक्षण के प्रति समुदाय को संवेदनशील बनाना
·सामाजिक सहभागिता और स्थायी परिवर्तन को बढ़ावा देना
· सिटी टावर से गोलाघाट जंक्शन (त्र्गोपेन होटल ट्रैफिक प्वाइंट) तक का क्षेत्र चुना गया है।
· टीएसयूडी इस पूरे क्षेत्र की 2 वर्षों तक सफाई और सुंदरीकरण की जिम्मेदारी निभाएगा।
· सड़क किनारे हरियाली बढ़ाने के लिए वृक्षारोपण किया जाएगा।
· ग्रीन ज़ोन बनाए जाएंगे ताकि शहर का सौंदर्य भी निखरे।
· हर महीने एक बार शहर के प्रमुख हिस्सों में व्यवस्थित सफाई अभियान चलाया जाएगा।
· सोशल मीडिया, पोस्टर और प्रचार सामग्री के जरिए कचरा प्रबंधन और नागरिक कर्तव्यों के बारे में जागरूकता बढ़ाई जाएगी।
· जैसे कि विश्व पर्यावरण दिवस, इन अवसरों पर विशेष सफाई और वृक्षारोपण अभियान चलाए जाएंगे।
· एक निगरानी समिति बनाई जा रही है जो अभियान के बाद भी नियमित फॉलो-अप करेगी और सुनिश्चित करेगी कि सफाई स्थायी रूप से बनी रहे।
· स्थानीय दुकानदारों, कॉलोनियों और नागरिकों को भी इस अभियान में जोड़ा जाएगा ताकि यह सिर्फ एक संगठन तक सीमित न रहे, बल्कि पूरे समुदाय की साझा जिम्मेदारी बन सके।
· टीएसयूडी अध्यक्ष सोतिलो सेब ने स्पष्ट किया कि यह पहल संगठन की पर्यावरणीय चिंता और सामाजिक उत्तरदायित्व की भावना से प्रेरित है।
· उन्होंने कहा कि सफाई केवल नगरपालिका या अधिकारियों की जिम्मेदारी नहीं है, प्रत्येक नागरिक को इसमें भागीदार बनना होगा।
· डीएमसी अध्यक्ष हुखेतो येप्थोमी ने टीएसयूडी की सराहना करते हुए कहा कि परिषद इस परियोजना को हर संभव समर्थन देगी।
· उन्होंने यह भी माना कि सामुदायिक भागीदारी शहर को स्वच्छ और स्वस्थ बनाने में मूलभूत भूमिका निभाएगी।
दीमापुर में शुरू हुआ यह अभियान, एक छोटे से क्षेत्र से भले शुरू हुआ हो, लेकिन इसकी सोच व्यापक और दूरदर्शी है। यह पहल केवल सफाई तक सीमित नहीं, बल्कि यह एक सांस्कृतिक और मानसिक परिवर्तन की शुरुआत है। जब युवा, प्रशासन और समाज एकजुट होकर काम करें, तो किसी भी शहर को एक आदर्श मॉडल में बदला जा सकता है।