गुरुग्राम : एनआईए ने गुरुग्राम बम धमाके के मामले में खालिस्तानी आतंकवादी गोल्डी बराड़ समेत 5 लोगों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की है। हमला 10 दिसंबर 2024 को गुरुग्राम के दो क्लबों पर किया गया था। यह साजिश बब्बर खालसा इंटरनेशनल की ओर से सांप्रदायिक तनाव फैलाने और शांति भंग करने के लिए रची गयी थी। तीन अभियुक्तों को गिरफ्तार किया जा चुका है, जबकि गोल्डी बराड़ और एक अन्य अभियुक्त अभी फरार हैं। एनआईए ने कई गंभीर धाराओं में मामला दर्ज किया है। एनआईए ने शुक्रवार को पंचकूला की विशेष अदालत में यह चार्जशीट दाखिल की।
3 गिरफ्तार, गोल्डी बराड़ और रंजीत फरार
चार्जशीट में कनाडा में रह रहा खालिस्तानी आतंकी सतिंदर जीत सिंह उर्फ गोल्डी बराड़, अमेरिका में रह रहा रंजीत सिंह उर्फ रंजीत मलिक और तीन अन्य सचिन तलियान, अंकित और भाविश के नाम शामिल हैं। इनमें से तीन अभियुक्तों को गिरफ्तार किया जा चुका है जबकि गोल्डी बराड़ और रंजीत मलिक अभी फरार हैं।
सांप्रदायिक तनाव फैलाने की कोशिश
एनआईए के मुताबिक, यह हमला प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन बब्बर खालसा इंटरनेशनल (बीकेआई) की साजिश का हिस्सा था, जिसका मकसद हरियाणा और आसपास के इलाकों में सांप्रदायिक तनाव फैलाना और शांति भंग करना था। अभियुक्तों ने गुरुग्राम के सेक्टर 29 स्थित वेयरहाउस क्लब और ह्यूमन क्लब को बम से उड़ाने की योजना बनाई थी। यह हमला 10 दिसंबर 2024 को किया गया था। जांच में खुलासा हुआ कि यह पूरी साजिश गोल्डी बराड़ और उसके सहयोगियों द्वारा रची गयी थी। वे लोग देश में आतंक फैलाने के लिए धन उगाही, हथियारों की खरीद के काम में जुटे हुए थे।