ओसाका / चंडीगढ़ : जापान दौरे के चौथे दिन शुक्रवार को पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के ओसाका में आयोजित रोड शो को भारी प्रोत्साहन मिला। प्रमुख जापानी कंपनियों ने रोड शो में भाग लिया और प्रदेश में निवेश करने में गहरी दिलचस्पी दिखाई। इस दौरान सभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि इन बड़ी औद्योगिक कंपनियों की साझेदारी भारत-जापान आर्थिक संबंधों को मजबूत करने के लिए मजबूत समर्थन को दर्शाती है।
भगवंत सिंह मान ने कहा कि यह पंजाब की प्रगतिशील औद्योगिक नीतियों, एकीकृत सिंगल-विंडो प्रणाली और निवेश के लिए तैयार अवसरों में वैश्विक निवेशकों की बढ़ती रुचि को भी प्रदर्शित करता है। मान ने कहा कि प्रदेश सरकार का लक्ष्य हमारे युवाओं के लिए नए अवसर पैदा करना और निवेशकों के लिए एक स्थिर तथा विश्वसनीय वातावरण तैयार करना है। इशारा किया।
पंजाब के जापानी उद्योग से संबंधों को याद करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि ये संबंध पहले से ही बहुत मजबूत हैं और निरंतर बढ़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि जापान की कई प्रसिद्ध कंपनियों ने पंजाब में निवेश का भरोसा जताया है। भगवंत ने कहा कि प्रदेश सरकार के निवेश-अनुकूल प्रयासों के कारण पंजाब दुनिया भर में निवेश के लिए सबसे पसंदीदा गंतव्य के रूप में उभरा है।
उन्होंने पंजाब की रणनीतिक स्थिति, प्रमुख बंदरगाहों से निर्बाध कनेक्टिविटी, मजबूत औद्योगिक क्लस्टर, निर्बाध बिजली आपूर्ति, कुशल कार्यबल और प्रगतिशील नीतिगत माहौल की ओर इशारा किया।
मुख्यमंत्री ने प्रदेश के शासन और नियामक सुधारों का भी जिक्र किया, जिनमें फास्टट्रैक पंजाब सिंगल-विंडो सिस्टम शामिल है, जो 173 से अधिक जी-2-बी सेवाएं, ऑटो-डीम्ड मंजूरियां, पैन-आधारित व्यवसाय पहचानकर्ता और पंजाब राइट-टू-बिजनेस एक्ट में संशोधन प्रदान करता है, जो समयबद्ध सैद्धांतिक मंजूरियों को सक्षम बनाता है।
उन्होंने पंजाब के औद्योगिक बुनियादी ढांचे पर भी प्रकाश डाला और बताया कि इन्वेस्ट पंजाब के माध्यम से 1.4 लाख करोड़ रुपये से अधिक के ग्राउंडेड निवेश पहले ही सुरक्षित किए जा चुके हैं। इस दौरान मान ने कहा कि उनका संकल्प सरल और स्पष्ट है- नीति में स्थिरता, निर्णय लेने में गति और निवेशकों के समय व विश्वास का सम्मान करने वाली शासन प्रणाली प्रदान करके पंजाब को वैश्विक उद्योग के लिए पसंदीदा गंतव्य बनाना।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब का दृष्टिकोण साझेदारी और उद्योगों के साथ मिलकर काम करने, उनकी जरूरतों को समझकर यह सुनिश्चित करने पर आधारित है कि सरकार विकास के उत्प्रेरक के रूप में कार्य करे।
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