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8 महीने के मासूम को राजधानी में दी नई जिंदगी, सेना के जवान ने दिखाई वीरता

डिब्रूगढ़ की ओर जा रही राजधानी एक्सप्रेस की S4 कोच में सोमवार को लगभग 4:30 बजे एक आठ महीने के बच्चे को अचानक सांस लेने में दिक्कत हुई और वह बेहोश हो गया।

कोलकाता : डिब्रूगढ़ की ओर जा रही राजधानी एक्सप्रेस की S4 कोच में सोमवार को लगभग 4:30 बजे एक आठ महीने के बच्चे को अचानक सांस लेने में दिक्कत हुई और वह बेहोश हो गया। बच्चे की मां डर के मारे बेहोश हो गईं और परिवार में हड़कंप मच गया। इस दौरान कोच में अफरा-तफरी का माहौल बन गया।

सेप (अम्ब एसिस्टेंट) सुनील

लेकिन इसी दौरान 456 फ़ील्ड हॉस्पिटल में तैनात सेप (अम्ब एसिस्टेंट) सुनील, जो छुट्टी से लौट रहे थे, ने तुरंत स्थिति को संभाला। उन्होंने बच्चे की नाड़ी और सांस न होने पर उसे सपाट सतह पर रखा और दो उंगलियों से बाल चिकित्सा कार्डियोपल्मोनरी रिससिटेशन (CPR) शुरू की। उन्होंने बच्चे को मुंह से सांस भी दिलाई।

लगभग दो चक्र CPR देने के बाद बच्चे ने जीवन के संकेत दिखाए। इसके बाद सुनील ने ट्रेन कर्मचारियों और रेलवे पुलिस से संपर्क कर बच्चे को रांगीया स्टेशन पर उचित चिकित्सा सहायता के लिए सुरक्षित निकासी सुनिश्चित की। इस पूरी घटना के दौरान सेप सुनील ने अपने उच्च चिकित्सकीय कौशल, तेज निर्णय क्षमता और कर्तव्यपरायणता का परिचय दिया। उनकी त्वरित और शांतिपूर्ण कार्रवाई ने उस समय उपलब्ध न होने वाले तत्काल चिकित्सा समर्थन में भी एक अनमोल जीवन को बचा लिया।

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