इंफाल – मणिपुर में लंबे समय से जारी जातीय संघर्ष और अस्थिरता के बीच उम्मीद और प्रेरणा की एक उल्लेखनीय कहानी सामने आई है। कर्मचारी चयन आयोग (SSC) द्वारा आयोजित केंद्रीय पुलिस संगठन (CPO) की सब-इंस्पेक्टर परीक्षा 2024 में 62 कुकी छात्रों ने सफलता प्राप्त की है। यह उपलब्धि उन परिस्थितियों में हासिल की गई है जब राज्य में हजारों लोग जातीय हिंसा और नागरिक अशांति के कारण विस्थापित हैं, और कई छात्र आज भी राहत शिविरों में जीवन बिता रहे हैं।
कुकी छात्र संगठन (KSO) के मुख्यालय ने सोमवार को परीक्षा परिणामों की घोषणा करते हुए कहा कि यह सफलता केवल व्यक्तिगत उपलब्धि नहीं, बल्कि एक सांकेतिक विजय है। संगठन ने अपने बयान में कहा, “जब शिक्षा तक पहुंच बाधित हो, परीक्षा केंद्रों तक पहुंच असंभव हो और परिवार भय और अनिश्चितता में जी रहे हों, ऐसे में यह सफलता हमें बताती है कि सपनों को जिंदा रखा जा सकता है।”
संगठन ने इस मौके पर विभिन्न कोचिंग संस्थानों — जैसे Ultimate, Gunchu, Endurance, Accelerate और Concept — का भी आभार जताया, जिन्होंने छात्रों को विषम परिस्थितियों में भी गुणवत्तापूर्ण मार्गदर्शन दिया। इन संस्थानों ने न केवल SSC बल्कि अन्य सरकारी नौकरियों की तैयारियों में भी छात्रों को आगे बढ़ाया है।
KSO ने स्पष्ट किया कि वह कुकी युवाओं को प्रशासनिक चुनौतियों — जैसे परीक्षा केंद्र परिवर्तन, नियुक्ति आदेशों में देरी आदि — से निपटने में हर संभव सहायता देगा। उनका कहना है कि यह सफलता सिर्फ 62 छात्रों की नहीं है, बल्कि एक पूरे समुदाय की प्रेरणा है जो संघर्ष के बावजूद आगे बढ़ना चाहता है।
इसी बीच मणिपुर सरकार ने राज्य पुलिस कर्मियों के लिए एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया है। 36 वर्षों बाद राज्य पुलिस के अधिकारियों और अन्य कर्मचारियों के वर्दी भत्ते में वृद्धि की गई है। यह कदम राज्य की सुरक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ करने और पुलिसकर्मियों के मनोबल को बढ़ाने के उद्देश्य से उठाया गया है।
श्रेणी ................ पुराना वर्दी भत्ता....... नया वर्दी भत्ता
MPS अधिकारी .... ₹1,200 (लगभग) .... ₹8,000
निरीक्षक/सूबेदार आदि... ₹1,000 (लगभग)..... ₹6,000
इसके अलावा, 1 सितंबर 2025 से राज्य सुरक्षा बलों को दिए जाने वाले मासिक राशन भत्ते में भी बढ़ोतरी की गई है। अब यह भत्ता ₹2,000 से बढ़ाकर ₹2,500 प्रति व्यक्ति कर दिया गया है। इस वृद्धि का लाभ मणिपुर राइफल्स, सिविल पुलिस, पुलिस दूरसंचार संगठन, केंद्रीय मोटर परिवहन कार्यशाला और ग्राम रक्षा बल (VDF) जैसे बलों को मिलेगा।
राज्यपाल अजय कुमार भल्ला की अध्यक्षता में आयोजित गवर्नर-इन-काउंसिल बैठक में वर्दी भत्ते में बढ़ोत्तरी के इस प्रस्ताव को मंज़ूरी दी गई। उन्होंने राज्य पुलिस के उग्रवाद विरोधी अभियानों, अवैध अफीम खेती पर कार्रवाई, आधुनिकीकरण, और कल्याणकारी योजनाओं की प्रगति की सराहना की। गौरतलब है कि मणिपुर इन दिनों सामाजिक तनाव, विस्थापन और सुरक्षा चुनौतियों का सामना कर रहा है, लेकिन इसके बीच भी ऐसी खबरें सामने आना बताती हैं कि संकट की घड़ी में भी प्रगति संभव है। जहां एक ओर कुकी छात्रों की सफलता समाज को आगे बढ़ने की प्रेरणा देती है, वहीं दूसरी ओर पुलिस कर्मियों के कल्याण के लिए उठाए गए कदम सुरक्षा तंत्र को मजबूत करते हैं। ये दोनों घटनाएं मणिपुर के भविष्य के लिए उम्मीद की किरण हैं - एक ऐसी दिशा में संकेत करती हैं, जहां संघर्ष के बाद स्थिरता और समृद्धि की ओर बढ़ा जा सके।