नयी दिल्ली : केंद्रीय पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने गुरुवार को अमरनाथ की यात्रा पर आने वाले तीर्थयात्रियों को उच्च स्तर की सुरक्षा दिए जाने का आश्वासन दिया। दक्षिण कश्मीर में अनंतनाग जिले के मट्टन में मार्तण्ड सूर्य मंदिर के दर्शन करने के बाद शेखावत ने तीर्थयात्रियों से घाटी के पर्यावरण और प्राकृतिक सौंदर्य को संरक्षित करने की भी अपील की। शेखावत ने कहा कि लोगों को अमरनाथ यात्रा के लिए आना चाहिए। अमरनाथ यात्रा सुरक्षित है, भारत सरकार और राज्य सरकार प्रतिबद्ध है और आपको एक खरोंच तक नहीं आएगी। अमरनाथ यात्रा 3 जुलाई से शुरू होगी और 9 अगस्त को समाप्त होगी।
शेखावत ने पहलगाम का भी दौरा किया : शेखावत ने नजदीकी पर्यटन स्थल पहलगाम का भी दौरा किया, जहां 22 अप्रैल को आतंकवादियों ने 25 पर्यटकों और एक स्थानीय खच्चर सेवा प्रदाता की हत्या कर दी थी। उन्होंने कहा कि कश्मीर सुरक्षित है और पर्यटकों को न केवल घाटी की प्राकृतिक सुंदरता बल्कि उसकी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत देखने के लिए भी कश्मीर आना चाहिए। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि मैं भारत के 140 करोड़ लोगों से अपील करता हूं कि वे कश्मीर की विरासत, ऐतिहासिक भव्यता और दिव्यता के साथ-साथ इसकी प्राकृतिक सुंदरता को भी देखने का प्रयास करें।’ घाटी में प्रसिद्ध ऐतिहासिक स्मारकों के संरक्षण के बारे में पूछे गए एक सवाल पर शेखावत ने कहा कि कुछ जीर्णोद्धार कार्य किए गए हैं, लेकिन और अधिक कार्य किए जाने की आवश्यकता है।
शेखावत ने मार्तण्ड सूर्य मंदिर के अलावा कई मंदिरों के दर्शन किए : शेखावत ने एक्स पर कहा कि मार्तण्ड मंदिर के दर्शन किए, जो कश्मीर के सभ्यतागत अतीत के गौरव का प्रतिबिंब है। महान राजा ललितादित्य द्वारा निर्मित, सूर्य को समर्पित यह भव्य मंदिर भारत के सबसे प्रारंभिक और सबसे शानदार सूर्य मंदिरों में से एक है। उन्होंने कहा कि यदि यह अपने जीर्ण-शीर्ण रूप में इतना अद्भुत दिखता है, तो मंदिर के आकार, मूर्तिकला और घाटी के ऊपर एक पठार पर रणनीतिक स्थान को देखते हुए, कोई भी इसकी प्राचीन भव्यता की कल्पना कर सकता है। मंत्री ने पुलवामा जिले के अवंतीपुरा इलाके में अवंती स्वामी मंदिर के भी दर्शन किए। उन्होंने कहा कि कश्मीर के अवंतीपुरा मंदिर परिसर में आज एक मनमोहक सुबह। ये पत्थर, जो राजा अवंतीवर्मन द्वारा अपनी राजधानी में बनवाए गए विशाल मंदिरों के अवशेष हैं, उस युग की सांस्कृतिक गाथा को बयां करते हैं। शेखावत ने कहा कि उन्होंने भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) और जिला प्रशासन के अधिकारियों के साथ वहां पर्यटक सुविधाओं और रखरखाव के प्रयासों की समीक्षा की। उन्होंने मंगलवार को मध्य कश्मीर के गांदरबल में तलमुल्ला में माता खीर भवानी मंदिर और नारानाग मंदिर के दर्शन किए थे।