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विशाखापत्तनम में मंदिर की दीवार गिरने से 7 लोगों की हुई मौत

पीएम मोदी ने एक्स पर किया पोस्ट

विशाखापत्तनम : आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम में बुधवार तड़के सिम्हाचलम में श्री वराह लक्ष्मी नरसिंह स्वामी मंदिर में दीवार गिरने से सात लोगों की मौत हो गयी। आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू ने घटना पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि उन्होंने इस संबंध में जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक से बात की है तथा घायलों को उपचार मुहैया कराने को कहा है।

चंद्रबाबू नायडू ने एक्स पर किया पोस्ट

चंद्रबाबू नायडू ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘सिम्हाचलम में सात श्रद्धालुओं की मौत से बेहद दुःखी हूं। पीड़ित परिवारों के प्रति मेरी संवेदनाएं। मैं हालात पर करीब से नजर रख रहा हूं और पीड़ितों को तत्काल सहायता दिए जाने और हरसंभव आवश्यक कदम उठाने का आदेश दिया है।’ सरकारी सूत्रों के अनुसार, मुख्यमंत्री ने टेली कांफ्रेंस के माध्यम से स्थिति की समीक्षा की और मृतकों के परिजनों को 25-25 लाख रुपये तथा घायलों को 3-3 लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की। साथ ही, प्रत्येक मृतक के परिवार से एक सदस्य को धर्मस्व विभाग के अधीन मंदिरों में संविदा आधार पर नौकरी देने का आश्वासन दिया गया है। मुख्यमंत्री ने घटना की तीन सदस्यीय समिति से जांच कराने का भी आदेश दिया।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी एक्स पर किया पोस्ट

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा,‘आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम में दीवार गिरने से हुई जनहानि पर गहरा शोक व्यक्त करता हूं। जिन लोगों ने अपने प्रियजनों को खो दिया है, उनके प्रति मेरी संवेदना है। घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं।’ प्रधानमंत्री मोदी ने प्रत्येक मृतक के परिजनों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से 2-2 लाख रुपये तथा घायलों को 50,000 रुपये की अनुग्रह राशि देने की भी घोषणा की। तेलंगाना के मुख्यमंत्री ए रेवंत रेड्डी ने भी घटना पर शोक व्यक्त किया।

राज्य की गृह मंत्री ने दिया बयान

राज्य की गृह मंत्री वी अनिता ने कहा कि प्रारंभिक रिपोर्ट से पता चलता है कि क्षेत्र में भारी बारिश के कारण मिट्टी ढीली होने से मंदिर की दीवार ढह गयी। तड़के करीब तीन बजे घाट रोड पर स्थित शॉपिंग कॉम्प्लेक्स के पास 300 रुपये के टिकट लेने वालों की कतार लगी थी और उसी जगह पर दीवार गिर गयी। अनिता ने संवाददाताओं को बताया कि यह हादसा बुधवार तड़के करीब तीन बजे हुआ और तब श्रद्धालु टिकट के लिए लाइन में खड़े थे। यह लाइन घाट रोड पर स्थित एक शॉपिंग कॉम्प्लेक्स के पास लगी थी। उन्होंने कहा रातभर हुई तेज बारिश और हवा की वजह से मिट्टी ढीली हो गयी, जिससे दीवार गिर गयी।

घटना के समय मंदिर में मौजूद अनिता ने तुरंत घटनास्थल का दौरा किया। उन्होंने कहा, ‘हम सभी बारिश में भीग गए थे। जब मैं मंदिर से बाहर आई तो मुझे घटना की जानकारी दी गयी। घायलों को अस्पताल ले जाया गया।’ उन्होंने कहा दिया कि बचाव कार्य में कोई लापरवाही नहीं हुई। मंदिर के एक अधिकारी ने बताया कि प्रारंभिक जांच में हादसे का कारण बारिश के कारण दीवार का कमजोर हो जाना माना जा रहा है, हालांकि विस्तृत जांच जारी है। धर्मस्व मंत्री रामनारायण रेड्डी ने हादसे को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए मंदिरों में सुरक्षा मानकों को और कड़ा करने की घोषणा की। बचाव कार्य जारी है तथा राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) और राज्य प्राधिकारियों की टीम इसमें लगी हुई हैं।

राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) कर्मियों के अनुसार, आठ श्रद्धालु मलबे में दब गए थे और बचाव अभियान के दौरान सात शव निकाले गए, जिनमें तीन महिलाएं और चार पुरुष शामिल हैं। पूर्व मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी ने घटना पर दुःख व्यक्त किया तथा घायलों को सर्वोत्तम चिकित्सा सहायता तथा मृतकों के परिवारों को मुआवजा देने की मांग की। अधिकारियों ने बताया कि घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

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