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पुणे में तीन साल में कुत्तों के काटने के 65,000 मामले

महाराष्ट्र विधानसभा में जताई चिंता

मुंबई : महाराष्ट्र के मंत्री उदय सामंत ने कहा कि पुणे शहर में 2022 से कुत्तों के काटने की 65,000 से अधिक घटनाएं सामने आई हैं और पिछले 2 वर्षों में एक लाख से अधिक कुत्तों का बंध्याकरण किया गया है।

राज्य के उद्योग मंत्री उदय सामंत विधान परिषद में उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की ओर से बोल रहे थे, जिनके पास शहरी विकास विभाग भी है। भाजपा के विधान परिषद सदस्य (एमएलसी) अमित गोरखे ने गुरुवार को पुणे और पिंपरी-चिंचवड में कुत्तों की समस्या और इससे निपटने वाली एजेंसियों का मुद्दा उठाया। सामंत ने कहा कि 2022 में पुणे में कुत्तों के काटने के 16,569, 2023 में 22,945 और 2024 में 25,899 मामले सामने आए। उन्होंने आवारा कुत्तों की समस्या से निपटने का आह्वान करते हुए कहा कि 2023-24 में 57,852 कुत्तों और 2024-25 में 56,511 कुत्तों का बंध्याकरण किया गया। उन्होंने कहा कि कुत्तों की समस्या गांवों में भी देखी जाती है। मंत्री ने कहा कि आवारा कुत्तों की संख्या पर नियंत्रण के उपायों पर विचार करते समय केंद्र सरकार के कानूनों, दिशानिर्देशों और सुप्रीम कोर्ट के फैसलों को ध्यान में रखा जाना चाहिए। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के इदरीस नाइकवाडी ने कहा कि सरकार बंध्याकरण अभियान चलाती है, लेकिन उनकी निगरानी की जरूरत है। उन्होंने सुझाव दिया कि अभियान के दौरान पहचान के लिए बंध्याकरण किए गए कुत्तों पर टैग लगाए जाएं। नाइकवाडी सदन के मनोनीत सदस्य हैं।


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