दीर अल-बलाह (गाजा पट्टी) : गाजा पट्टी में रात भर हुए इजराइल के हमलों में कम से कम 60 लोग मारे गए हैं। फलस्तीनी स्वास्थ्य अधिकारियों ने यह दावा किया। बढ़ती अंतरराष्ट्रीय निंदा के बावजूद इजराइल ने कट्टरपंथी इस्लामी आतंकी समूह हमास के खिलाफ युद्ध को और तेज कर दिया है। इजराइल ने हाल के दिनों में इस क्षेत्र में एक और बड़ा हमला किया है। उसका कहना है कि इन हमलों का उद्देश्य हमास द्वारा बंधक बनाए गए कई लोगों को वापस लाने के लिए उस पर दबाव डालना और समूह को नष्ट करना है। इस हमले की शुरुआत से अब तक 300 से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं। इजराइल का कहना है कि उसका लक्ष्य गाजा पर कब्जा करना, वहां के इलाकों पर कब्जा करना, हजारों लोगों को विस्थापित करना और सुरक्षित सहायता वितरण सुनिश्चित करना है।
धमकियों की परवाह नहीं कर रहे
सोमवार को इजराइल के आचरण की आलोचना तब और तेज हो गई जब सहयोगी कनाडा, फ्रांस और ब्रिटेन ने प्रतिबंधों सहित देश के खिलाफ ‘ठोस कार्रवाई’ की धमकी दी और इजराइल से गाजा में अपनी नयी सैन्य कार्रवाइयों को रोकने का आह्वान किया। नेतन्याहू ने आलोचना को खारिज करते हुए कहा कि यह हमास के 7 अक्टूबर, 2023 के हमले का ‘सबसे बड़ा जवाब’ है। अब तक केवल कुछ ही ट्रक गाजा भेजे गए हैं, जिसके बारे में संयुक्त राष्ट्र एजेंसियों का कहना है कि यह भारी जरूरत को पूरा करने के लिए पर्याप्त नहीं है। इस साल की शुरुआत में युद्ध विराम के दौरान प्रतिदिन लगभग 600 ट्रक गाजा में दाखिल हुए थे।
गाजा के अधिकारियों का दावा
गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, उत्तरी गाजा में दो हमलों में एक परिवार के मकान और आश्रय स्थल के रूप में काम कर रहे एक स्कूल को निशाना बनाया गया, जिसमें कम से कम 22 लोग मारे गए। मारे गए लोगों में आधे से अधिक महिलाएं और बच्चे थे। अल-अक्सा शहीद अस्पताल के अनुसार, मध्य शहर दीर अल-बलाह में एक हमले में 13 लोग मारे गए और पास के नुसेरात शरणार्थी शिविर में एक और हमले में 15 लोग मारे गए।
नासेर अस्पताल के अनुसार, दक्षिणी शहर खान यूनिस में दो हमलों में 10 लोग मारे गए।इजराइल की सेना ने इस बारे में तत्काल कोई टिप्पणी नहीं की है। इजराइली सेना का कहना है कि वह केवल आतंकवादियों को निशाना बनाती है और नागरिकों की मौत के लिए हमास को दोषी ठहराती है क्योंकि यह समूह घनी आबादी वाले क्षेत्रों में काम करता है।