इंफाल : संघर्ष प्रभावित मणिपुर के चार जिलों में लोगों ने पुलिस और सुरक्षा बलों को विभिन्न प्रकार के 109 हथियार, विभिन्न गोला-बारूद और अन्य सामान सौंपे। पुलिस ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
कांगपोकपी जिले के सैकुल पुलिस थाने में गुरुवार को नौ एमएम सीबी1ए1 पिस्तौल, नौ एमएम मैगजीन, एक ग्रेनेड, कारतूस और दो वायरलेस सेट सहित अन्य सामान सौंपे गए।
बिष्णुपुर जिले के फोगाकचाओ इखाई पुलिस थाने को एक एसबीबीएल बंदूक सहित कई हथियार सुपुर्द किए गए। इसके अलावा, इंफाल पश्चिम और इंफाल पूर्व जिलों के विभिन्न पुलिस थानों में हथियार और गोला-बारूद जमा कराए गए।
हथियार समर्पण की समय सीमा बढ़ी
मणिपुर के राज्यपाल अजय कुमार भल्ला ने लूटे गए और अवैध हथियारों को पुलिस को सौंपने की समयसीमा शुक्रवार को बढ़ाकर 6 मार्च शाम 4 बजे तक कर दी। यह समय सीमा पहाड़ी और घाटी क्षेत्रों के लोगों की अतिरिक्त समय दिए जाने की मांग के बाद बढ़ायी गयी। बयान में आश्वासन दिया गया है कि इस अवधि के भीतर अपने हथियार सौंपने वालों के खिलाफ कोई दंडात्मक कार्रवाई नहीं की जाएगी।
सहानुभूति हासिल करने का एक प्रयास
मणिपुर में स्थित दो कुकी-जो संगठनों ‘इंडिजीनियस ट्राइबल लीडर्स फोरम’ और ‘कमेटी ऑन ट्राइबल यूनिटी’ ने मेइती समूह अरम्बाई टेंगोल द्वारा लगभग 300 हथियार सुपुर्द किए जाने को ‘मात्र प्रतीकात्मक’, ‘सार्वजनिक छवि सुधारने’ और ‘सहानुभूति व वैधता’ हासिल करने का एक रणनीतिक प्रयास बताया है। एक संयुक्त बयान में दोनों संगठनों ने जोर देकर कहा कि अरम्बाई टेंगोल द्वारा लूटे गए 246 हथियारों का समर्पण केवल प्रतीकात्मक है, जो इंफाल घाटी से लूटे गए 6,000 हथियारों का केवल 5 % है।