नयी दिल्ली/कोलकाता : जादवपुर काण्ड की आंच अब दिल्ली तक पहुंच गयी है। सोमवार को वाम समर्थित छात्र संगठन स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (एसएफआई) और ऑल इंडिया स्टूडेंट्स एसोसिएशन (आइसा) की ओर से पश्चिम बंगाल के शिक्षा मंत्री ब्रात्य बसु के इस्तीफे की मांग पर बंग भवन के सामने प्रदर्शन किया गया। एसएफआई दिल्ली की प्रदेश सचिव ओइशी घोष ने कहा, ‘पश्चिम बंगाल में छात्रों पर अत्याचार कोई नई बात नहीं है। छात्रों की असहमति को दबाने के लिए कठोर उपाय अपनाए जाते हैं और यह घटना इसका एक और उदाहरण है।’
यहां उल्लेखनीय है कि गत शनिवार को जब ब्रात्य बसु पश्चिम बंगाल कॉलेज एवं विश्वविद्यालय प्रोफेसर्स एसोसिएशन (वेबकूपा) की वार्षिक आम बैठक में तृणमूल कांग्रेस से संबद्ध शिक्षक संगठन के अध्यक्ष के तौर पर भाग लेने के बाद परिसर से बाहर निकल रहे थे तो उस समय वाम छात्र संगठनों की ओर से शिक्षा मंत्री की गाड़ी का घेराव कर हमला किया गया। इस घटना में ब्रात्य घायल हो गये। आइसा दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष अभिज्ञान ने एक बयान में कहा, ‘टीएमसी सरकार लोकतांत्रिक आवाजों को दबाने के लिए भाजपा की तरह क्रूर हथकंडे अपना रही है। ऐसे समय में जब देश भाजपा-आरएसएस का विकल्प तलाश रहा है, ऐसे दमन को बर्दाश्त नहीं किया जाना चाहिए।’
प्रदर्शनकारियों ने इस घटना की तुलना लखीमपुर खीरी की घटना से की, जहां एक काफिले ने प्रदर्शनकारी किसानों को कुचल दिया था। प्रदर्शन का समापन जादवपुर विश्वविद्यालय के छात्रों के प्रति एकजुटता दिखाने और छात्र संघ चुनाव की उनकी मांग के साथ हुआ।