ठाकुरबाड़ी मंदिर में पूजा को लेकर घमासान, बंद कर दिया गया मंदिर का मुख्य द्वार
अभिषेक के आने से पहले मतुआ अनुयायियों ने दिया विरोध प्रदर्शन
कई कार्यकर्ता घायल, अस्पताल में मारपीट
सन्मार्ग संवाददाता
बनगांव : जनसंयोग यात्रा के 46वें दिन उत्तर 24 परगना के ठाकुरनगर के ठाकुरबाड़ी मंदिर में तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव व सांसद अभिषेक बनर्जी के पूजा अर्चना करने की बात थी मगर ऐसा नहीं हो पाया। उनके मंदिर में आने के पहले ही वहां मंदिर के सामने मतुआ अनुयायियों ने घेराव कर प्रदर्शन शुरू कर दिया। मंदिर का मुख्य द्वारा बंद कर दिया गया। इन प्रदर्शनकारियों में बनगांव भाजपा सांसद शांतनु ठाकुर भी मौजूद रहे। स्थिति काफी तनावपूर्ण रही। अभिषेक के आगमन को लेकर रविवार सुबह से ही ठाकुरनगर में विरोध प्रदर्शन जारी रहा। इसी विरोध के बीच अभिषेक रविवार को साढ़े तीन बजे के बाद ठाकुरबाड़ी पहुंचे। आखिरकार अभिषेक बनर्जी मूल मंदिर में नहीं बल्कि बगल के मंदिर में पूजा कर पाये। इस विरोध-प्रदर्शन को पुलिस ने हटाने की कोशिश की जिसको केंद्र कर भारी तनाव फैल गया। प्रदर्शनकारियों ने जमकर धक्कामुक्की शुरू हो गई। गो बैक के नारे लगाए गए। इसे केंद्र कर वहां भारी तनाव फैल गया। मूल मंदिर के गेट को बंद कर दिए जाने के कारण तृणमूल महासचिव अभिषेक बनर्जी को अन्य रास्ते से पास के एक अन्य मंदिर में जाना पड़ा। क्या कहा सांसद शांतनु ठाकुर ने
शांतनु ने कहा कि यह एक मंदिर है जहां पर इतनी भारी संख्या में पुलिस को ले आने का कोई मतलब नहीं होता, 10 हजार पुलिस के साथ यहां कोई भक्त दर्शन करने नहीं आ सकता। यही कारण के उन्होंने सांसद के ठाकुरबाड़ी के मंदिर में प्रवेश नहीं करने दिया गया। शांतनु ठाकुर ने कहा कि अगर वह यहां पर प्रवेश करते तो वे लोग मंदिर को गोबर और जल से शुद्ध करते।
अभिषेक ने ठाकुरनगर में जन संयोग किया
तृणमूल नेताओं ने भी मंदिर प्रबंधन अधिकारियों को समझाने की कोशिश की हालांकि इस परिस्थिति को देखते हुए और माहौल को शांत करने के लिए मंदिर के मुख्य द्वार को बंद ही रखा गया। ठाकुरनगर के ठाकुरबाड़ी में दर्शन करने का अभियान नहीं पूरा कर पाने पर भी अभिषेक बनर्जी ने ठाकुरनगर में अपना जन संयोग किया। इधर, अभिषेक के ठाकुरनगर से निकलते ही एक बार फिर दोनों पक्षों में तनाव की स्थिति उत्पन्न हो गयी।