नई दिल्ली : यह भारतीय रेलवे के बारे में एक मजेदार जानकारी है। वैसे तो इसके बारे में कोई आधिकारिक ऐलान तो कभी नहीं हुआ है लेकिन दो ऐसे स्टेशन हैं जो देश के एकदम आखिरी छोर पर मौजूद हैं। क्या आपने कभी ऐसा सोचा है कि भारत में कोई ऐसा भी रेलवे स्टेशन हो सकता है जहां से आप उतर कर सीधा दूसरे देश में चले जाएं। अगर आप इसके बारे में नहीं जानते हैं तो आइए जानते हैं। यहां से विदेश जाने के नियम क्या है यह भी जान लेते हैं।
एक बिहार के अररिया जिले में
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक देश के आखिरी छोर वाले रेलवे स्टेशन की बात करें तो एक बिहार के अररिया जिले में है, तो दूसरा पश्चिम बंगाल में पड़ता है। अररिया के जोगबनी स्टेशन को देश का आखिरी रेलवे स्टेशन इसलिए माना जाता है क्योंकि यहां ट्रेन से उतर कर आप पैदल ही नेपाल जा सकते हैं।
सिंहाबाद स्टेशन भी देश का आखिरी स्टेशन
पश्चिम बंगाल का सिंहाबाद स्टेशन भी देश का आखिरी स्टेशन माना जाता है। दक्षिण भारत में जहां से देश की समुद्री सीमा शुरू होती है, वहां के एक स्टेशन को भी देश का आखिरी स्टेशन कहा जाता है। पश्चिम बंगाल के मालदह जिले के हबीबपुर इलाके में बना सिंहाबाद स्टेशन भारत का आखिरी सीमांत स्टेशन है। यह बांग्लादेश की सीमा के नजदीक है।
ये स्टेशन लंबे समय तक वीरान रहा
अंग्रेजों के शासन के दौरान बना ये स्टेशन लंबे समय तक वीरान रहा। आज भी इसकी तस्वीर बहुत ज्यादा नहीं बदली है। सिंहाबाद रेलवे स्टेशन बांग्लादेश के इतना नजदीक है कि लोग कुछ किमी दूर बांग्लादेश पैदल घूमने जा सकते हैं। इस रेलवे स्टेशन का अधिकतम इस्तेमाल मालगाड़ियों के संचालन के लिए होता है।