कोलकाता : जादवपुर विश्वविद्यालय के प्रथम वर्ष के छात्र स्वप्नदीप कुंडू की मौत से परिसर में बवाल मचा हुआ है। दरअसल, जादवपुर में एक छात्र की मौत के मामले में एक बार फिर रैगिंग के आरोप लग रहे हैं। बंगाली ऑनर्स प्रथम वर्ष का छात्र नदिया के बगुला निवासी स्वप्नदीप को तीन दिन पहले जादवपुर में भर्ती कराया गया था। दावा किया जा रहा है कि वह बुधवार रात जादवपुर मेन हॉस्टल की तीसरी मंजिल की बालकनी से गिरा जिसके बाद उसकी मौत हो गई। घटना में मृतक छात्र के परिवार और कुछ छात्रों ने रैगिंग की भी शिकायत की है।
प्रोफेसर के पोस्ट पर उठ रहे हैं सवाल
इस बीच जादवपुर में तुलनात्मक साहित्य विभाग के प्रोफेसर कुणाल चट्टोपाध्याय की पोस्ट पर सवाल उठ रहे हैं। बांग्ला ऑनर्स के छात्र स्वप्नदीप कुंडू की मौत के तुरंत बाद प्रोफेसर कुणाल चट्टोपाध्याय ने फेसबुक पर लिखा, 'मुझे अभी खबर मिली कि प्रथम वर्ष के छात्र की कुछ समय पहले रैगिंग के कारण मौत हो गई। मुझे याद है, अतीत में रैगिंग वास्तव में रैगिंग है या नहीं, इसका निर्णय लोकतांत्रिक प्रक्रिया से होना चाहिए। यह कहते हुए पर्चे प्रकाशित करके उन कृत्यों को उचित ठहराने की कोशिश की गई। कई लोग मौत के इस घटना के बाद खुद को बचाने की कोशिश करेंगे। जब रैगिंग, यौन उत्पीड़न, जातिगत अपमान, ये महज संघ पर कब्जा करने की राजनीति बन जाएं, जब आरोप लगने पर 'अपना पक्ष' बचाना ही मुख्य काम हो, तब इन चीजों पर नैतिक रूप से बात करने का कोई फायदा नहीं है।' घटना पर प्रोफेसर की टिप्पणी के बाद काफी हंगामा मचा हुआ है।
पोस्ट में रैगिंग का जिक्र
प्रोफेसर के पोस्ट के मुताबिक स्वप्नदीप कुंडू की मौत रैगिंग से हुई है। स्वप्नदीप कुंडू की मौत कैसे हुई इसकी जांच शुरू कर दी गई है। घटना को लेकर जादवपुर के अधिकारी आलोचना के घेरे में हैं। जादवपुर विश्वविद्यालय के अधिकारी पहले ही प्रथम वर्ष के छात्र स्वप्नदीप की मौत की जांच के आदेश दे चुके हैं। जादवपुर यूनिवर्सिटी की एंटी रैगिंग कमेटी पहले से ही रैगिंग की शिकायतों पर गौर कर रही है। उन सभी से पूछताछ की जा रही है जो उस वक्त हॉस्टल में मौजूद थे।
आत्महत्या की थ्योरी को किया खारिज
स्वप्नदीप को घायल और लहूलुहान हालत में बचाने वालों से भी बात की जा रही है। नदिया के बगुला के रहने वाले स्वप्नदीप के परिवार ने रैगिंग की कड़ी शिकायत की है। छात्र के चाचा अरूप कुंडू ने आत्महत्या या दुर्घटना की थ्योरी को खारिज करते हुए कहा, 'एक स्वस्थ लड़का आत्महत्या क्यों करेगा? वह रैगिंग का शिकार हुआ है इसलिये उसने ऐसा कदम उठाया है।'