मेघा, सन्मार्ग संवाददाता
हावड़ा : SIR के लागू होते ही हावड़ा में जोरों से एरूमेरन फॉर्म का वितरित किया जा रहा है। पंरतु इस फॉर्म को भरने में जहां एक और हर कोई को दिक्कतें आ रही है। वहीं हावड़ा के हिंदीभाषियों को भी अच्छी खासी समस्या का सामना करना पड़ रहा है। इसका मुख्य कारण है। एरूमेशन फॉर्म का बांग्ला भाषा में वितरित होना। चूंकिहावड़ा की बात करें तो जहां पर 70 प्रतिशत से अधिक हिंदीभाषी लोग रहते हैं। इनमें वार्ड हावड़ा के कई वार्ड ऐसे हैं जहां हिंदी भाषी आबादी बहुसंख्यक है या उनकी अच्छी खासी संख्या है। हावड़ा के जिन क्षेत्रों में बड़ी संख्या में हिंदी भाषी लोग रहते हैं, उनमें से कुछ प्रमुख इलाके हैं। इनमें बाली में वार्ड 57, 58, 60, 61, 62 एवं 65 है। वहीं हावड़ा की बात करें तो यहां पर 1, 10, 13, 14, 15, 29, 35, 36 समेत कई इलाके हैं जहां पर केवल हिंदीभाषी ही बसें हैं। ऐसे में इस जनबहुल हिंदीभाषी इलाके में एरुमेशन फॉर्म बांग्ला भाषा में वितरित किये जा रहे हैं। इससे लोगों को खासकर घर की महिलाओं को सबसे ज्यादा परेशानी हो रही है। क्योंकि वे न तो ठीक से समझ पा रही है और न ही भर पा रही है। अगर हम बात करें मध्य हावड़ा की तो यहां रहनेवाले रमन पांडेय का कहना है कि उनके घर पर फॉर्म आया था लेकिन वे भर नहीं पायी क्योंकि वह बंग्ला में था। वहीं कहना विकास साव एवं सरबजीत यादव का भी है। उनका कहना है कि वे लोग इतना बांग्ला नहीं जानते हैं लेकिन इंग्लिश में आने से वह किसी की मदद लेकर भर सकते हैं। उनका कहना है कि वह बांग्ला फॉर्म में भी इंग्लिश भाषा में भर रहे हैं। इसी प्रकार की समस्या बाली विधानसभा क्षेत्र में देखने को मिल रही है। जहां पर हिंदीभाषियों को बांग्ला फॉर्म दिये जा रहे हैं, लेकिन यहां कुछ इलाकों में एसआई कैंप में डेमो फॉर्म इंग्लिश फॉर्म तैयार किया गया है। कार्यकर्ता लोगों को समझा रहे हैं कि वह यह देखकर बांग्ला फॉर्म भर रहे हैं। लोगों का कहना कि हावड़ा के इलेक्शन कमिश्न ऑफिसर को इस समस्या का समाधान करना चाहिए नहीं तो समस्याएं बढ़ेंगी।
क्या कहना है प्रतिनिधियों का : इस परेशानी के विषय में तृणमूल युवा कांग्रेस के जिलाध्यक्ष कैलाश मिश्रा ने कहा कि बाली में इस तरह की समस्या देखने को मिल रही है। इसलिए हमलोग अपने कैंप में एसआईआर के इस बांग्ला फॉर्म का एक इंग्लिश भाषा में डेमो फॉर्म तैयार किया है। इससे लोग देखकर भर रहे हैं। इसलिए उन्होंने इलेक्शन कमिश्न से भी आग्रह किया है कि उन्हें इस समस्या का समाधान करना चाहिए।hindibhasi@howrah
वहीं पूर्व पार्षद शैलेश राय ने कहा कि उन्होंने इस समस्या को गंभीरता से लेते हुए हावड़ा में इलेक्शन कमिश्न के ऑफिसर मनोज कुमार अग्रवाल को शिकायत की है। उनका कहना है कि जब कोलकाता में इंग्लिश व बांग्ला में फॉर्म दिये जा रहे हैं तो हिंदभाषी इलाके हावड़ा में क्यों नहीं? उन्होंने कहा कि सीईओ ने आश्वासन दिया है कि वह जल्द ही समस्या की जांच करेंगे।hindibhasi@howrah