कोलकाता : पांच सूत्रीय मांगों को लेकर इस महीने में 3 दिन निजी बस परिसेवा ठप करने की चेतावनी बस मालिकों ने गुरुवार को दी। उन्होंने दावा किया कि मौजूदा समय में निजी यात्री परिवहन व्यवस्था में कई त्रुटियां हैं। इसके साथ ही पुलिस का अत्याचार, मनमाने तरीके से टोल टैक्स की वसूली, डीजल की कीमतों में वृद्धि सहित अन्य मांगें शामिल हैं। इस संबंध में कुल 5 सूत्रीय मांगों को पूरा करने की मांग पर सीएम ममता बनर्जी को बस मालिकों ने चिट्ठी दी है। इसके साथ ही चेतावनी दी गयी कि आगामी 20 तारीख के अंदर अगर अपील पर कोई जवाब नहीं दिया गया और सीएम व परिवहन मंत्री ने बस संगठनों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक नहीं की तो आगामी 22, 23 व 24 तारीख को निजी बस परिसेवा बंद कर दी जायेगी।
5 गैर सरकारी बस-मिनी बस संगठनों के मंच ‘निजी यात्री परिवहन बचाओ कमेटी’ की ओर से यह बात कही गयी। इसमें ज्वाइंट काउंसिल ऑफ बस सिंडिकेट, बंगाल बस सिंडिकेट, वेस्ट बंगाल बस मिनी बस ओनर्स एसोसिएशन, मिनी बस ऑपरेटर्स को-ऑर्डिनेशन कमेटी व इंटर एण्ड इंट्रा रीजन बस एसोसिएशन शामिल है। पांचों संगठनों की ओर से यह निर्णय लिया गया। ज्वाइंट काउंसिल ऑफ बस सिंडिकेट के तपन बनर्जी व वेस्ट बंगाल बस मिनी बस ओनर्स एसोसिएशन के प्रदीप नारायण बोस ने मांग की कि आगामी 20 तारीख के अंदर इसे लेकर राज्य सरकार को कोई सकारात्मक कदम उठाना होगा।
ऐसा नहीं करने पर 72 घण्टों के लिए शहर में निजी बस व मिनी बस परिसेवा बंद रखी जाएगी। इस संबंध में ज्वाइंट काउंसिल ऑफ बस सिंडिकेट के महासचिव तपन बनर्जी ने कहा, ‘हम सीएम के हस्तक्षेप का इंतजार करेंगे। अगर उन्होंने कोई सकारात्मक कदम नहीं उठाया ताे हम अपने निर्णय के अनुसार बस परिसेवा बंद करेंगे।’ इसके साथ ही कोविड काल में 2 साल बसें बंद रहने के कारण बसों की उम्र 2 साल और बढ़ाने के लिए भी अपील की गयी।