कोलकाता : पश्चिम बंगाल के 42 लोकसभा सीटों में से बैरकपुर कुछ ऐसी चुनिंदा हॉट सीटों में से एक है जिसकी चर्चा पूरे चुनाव तक लोगों की जुबान पर रहती है। गत रविवार को ब्रिगेड के सभा मंच से टीएमसी ने अपने 42 उम्मीदवारों की घोषणा की। इनमें अप्रत्याशित तौर पर बैरकपुर की सीट से राज्य के सिंचाई मंत्री पार्थ भौमिक को टीएमसी का उम्मीदवार घोषित किया गया। यहां उल्लेखनीय है कि इस सीट से अर्जुन सिंह के टिकट की दावेदारी थी। गत 2019 के लोकसभा चुनाव के समय अर्जुन सिंह टीएमसी छोड़ भाजपा में शामिल हो गये थे। उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी टीएमसी से उम्मीदवार दिनेश त्रिवेदी को हराया था। इससे पहले अर्जुन सिंह यहां भाटपाड़ा विधानसभा क्षेत्र से विधायक रह चुके हैं। कुल मिलाकर कहा जाये कि बैरकपुर और अर्जुन सिंह, दोनों के रिश्ते काफी गहरे हैं तो कोई अतिशयोक्ति नहीं होगी। हालांकि टीएमसी ने इस बार अर्जुन सिंह के बजाय पार्थ भौमिक को बैरकपुर से टिकट दिया है। वहीं भाजपा ने अभी बैरकपुर से किसी उम्मीदवार की घोषणा नहीं की है। सूत्रों की मानें तो अर्जुन सिंह हाल में दिल्ली गये थे। ऐसे में अब माना जा रहा है कि बैरकपुर में भाजपा का उम्मीदवार चाहे कोई भी हो, लेेकिन यहां टीएमसी के पार्थ भौमिक की लड़ाई अर्जुन सिंह से ही होगी।
साम, दाम, दंड, भेद की लड़ाई
बंगाल की हॉट सीट बैरकपुर में इस बार साम, दाम, दंड, भेद की लड़ाई देखी जा सकती है। इसका उदाहरण गत रविवार की रात देखने को मिला जब अर्जुन सिंह को टिकट नहीं मिलने के विरोध में उनके समर्थकों ने मेघना मोड़ समेत कई स्थानों पर प्रदर्शन किया। समर्थकों ने कहा कि अर्जुन को छोड़कर वह किसी को नहीं मानेंगे और उन्होंने सांसद अर्जुन सिंह को ही उम्मीदवार बनाए जाने की मांग की।
यहां उल्लेखनीय है कि यूं तो पश्चिम बंगाल में तमलुक, हुगली समेत कई लोकसभा सीटें हैं जिन्हें हॉट सीट कहा जा सकता है, लेकिन सभी का नंबर बैरकपुर के बाद ही आता है चाहे वह आसनसोल ही क्यों ना हो।
एक नजर बैरकपुर लोकसभा के पिछले नतीजों पर
बैरकपुर लोकसभा क्षेत्र माकपा का गढ़ रहा है। हालांकि वर्ष 2009 में यहां से टीएमसी के दिनेश त्रिवेदी ने जीत हासिल की थी और उसके बाद से यहां टीएमसी जीतती आयी है। वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में बैरकपुर लोकसभा से भाजपा के टिकट से चुनाव लड़ने वाले अर्जुन सिंह को 4,72,994 (42.82%) वोट मिले थे। वहीं टीएमसी के दिनेश त्रिवेदी को 4,58,137 (41.48%) वाेट मिले थे।
फेसबुक पोस्ट ने बढ़ायी चर्चा
इस बीच, अर्जुन सिंह के फेसबुक पोस्ट ने चर्चा और तेज कर दी है। उन्हें निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर खड़े होने के सुझाव भी मिल रहे हैं। अर्जुन सिंह ने पोस्ट किया है, 'बैरकपुर की माटी मेरे लिये सर्वोपरि है। बैरकपुर की जनता ने मुझे निर्वाचित किया और मैंने बैरकपुर को ही चुना।'
इस कारण बैरकपुर में अर्जुन हैं अहम फैक्टर
राजनीतिक विशेषज्ञों की मानें तो टीएमसी से टिकट नहीं मिलने के बाद जिस प्रकार अर्जुन रोष जाहिर कर रहे हैं, उससे ऐसा लगता है कि वह या तो भाजपा से उम्मीदवार बन सकते हैं अथवा भाजपा के उम्मीदवार को सपोर्ट कर सकते हैं। टिकट नहीं मिलने पर रोष जाहिर करते हुए अर्जुन सिंह ने कहा है कि उनके साथ विश्वासघात किया गया। इससे यह स्पष्ट है कि अब अर्जुन टीएमसी में रहकर टीएमसी उम्मीदवार को समर्थन देने के बजाय अलग रास्ता अख्तियार करेंगे क्योंकि इस लड़ाई पर ही उनका राजनीतिक भविष्य भी टिका हुआ है।