mamata banerjee and dilip ghosh 
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दीघा जगन्नाथ मंदिर जाकर पार्टी में किनारे हुए दिलीप घाेष, करना पड़ रहा विरोध का सामना

कांथी में लगाये गये गो बैक के नारे

कोलकाता : वरिष्ठ भाजपा नेता व पूर्व सांसद दिलीप घोष दीघा में जगन्नाथ मंदिर के उद्घाटन कार्यक्रम में जाकर अपनी ही पार्टी में किनारे हो गये हैं। उन्हें अपनी ही पार्टी के नेताओं से लेकर कार्यकर्ताओं तक के विरोध का सामना करना पड़ रहा है। हालांकि गत गुरुवार को दीघा में चाय चक्र में शामिल होकर दिलीप घोष ने पार्टी के नेताओं पर सवाल उठाये। दिलीप घोष ने कहा, ‘जो ममता के आंचल की छांव’ में बड़े होकर भाजपा में आये हैं, उनसे भाजपा करना नहीं सीखूंगा। उन्होंने उनकी पार्टी के नेता व पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी व मौजूदा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ‘राजनीतिक सौजन्यता’ की बात याद दिलायी।

दिलीप घोष ने कहा, ‘बड़ी-बड़ी बातें कौन बोल रहा है ? जो ममता के आंचल की छांव में रहकर नेता बने हैं। चरित्र की बात कौन कह रहा है ? जिन्होंने कालीघाट का जूठन खाया और अब भाजपा का जूठन खाकर बचे हुए हैं, वे दिलीप घोष को कैरेक्टर सर्टिफिकेट दे रहे हैं।’राजनीतिक सौजन्यता की याद दिलाते हुए दिलीप घोष ने कहा, ‘मैं वह पार्टी करता हूं जिस पार्टी के प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने कालीघाट में जाकर ममता बनर्जी के पैर छुए थे। उस समय ममता हमारे साथ थीं, आज दुश्मन हो गयी हैं, मैं ऐसा नहीं सोचता।’ उन्होंने कहा, ‘जो 2021 में पार्टी में आये, वे भाजपा को नहीं ले पायेंगे। जो पार्टी में कुसंस्कार ले आये, वे भाजपा को नहीं जानते। इस कुसंस्कार के कारण ही पार्टी पीछे हो रही है।’ तृणमूल में जाने को लेकर दिलीप घोष ने कहा, ‘मैं राजनीति छोड़ दूंगा, लेकिन भाजपा नहीं छोडूंगा। मुझे केवल मंदिर याद है, मंदिर किसने बनवाया यह लोग भूल जाएंगे, राम मंदिर किसने बनवाया लोग भूल जाएंगे, लेकिन मंदिर को याद रखेंगे।’

दीघा जाने को लेकर नाराज कई नेता

सूत्रों के अनुसार, रात लगभग डेढ़ बजे तक दिलीप घोष को समझाया गया कि वे दीघा ना जाएं। उन्हें मुर्शिदाबाद में कार्यक्रम भी दिया गया, लेकिन वह अपनी बातों पर अडिग रहे। उनके दीघा जाने से कई नेता नाराज हैं जिनमें शुभेंदु अधिकारी से लेकर सुकांत मजूमदार, अनुपम हाजरा, सौमित्र खां  तथागत राय के नाम हैं। गत गुरुवार काे कांथी के पार्टी कार्यालय में उन्हें विरोध का सामना करना पड़ा। इसके साथ ही उन्हें ‘गो बैक’ के नारे लगाये गये। भाजपा नेता तथागत राय ने कहा, ‘नयी शादी करने पर दिमाग थोड़ खराब हो जाता है। हो सकता है कि इस कारण जगन्नाथ देव के प्रति उनकी भक्ति जाग गयी हो। हालांकि ममता के साथ एक ही काउच पर बैठकर जिस तरह खुशमिजाज थे, इसके पीछे राजनीति नहीं है, यह कहना पूरी तरह गलत होगा। शत प्रतिशत यह राजनीति है।’इस पर दिलीप घोष ने कहा, ‘तथागत बाबू बोलने वाले कौन हैं ? उन्होंने भाजपा के लिए क्या किया है ? ’

अर्जुन पर बोला हमला

दिलीप घोष ने शुक्रवार को मॉर्निंग वॉक के दौरान भाजपा नेता अर्जुन सिंह पर हमला बोला। उन्होंने कहा, ‘मैं 2015 से ममता बनर्जी से लड़ता आ रहा हूं। उस समय वे नेता ममता बनर्जी की गोद में खेलते थे। उनके घर जाकर जूठन खाते थे। घर के सामने लाइन लगाकर बैठे रहते थे। अभी अचानक भाजपा में आ गये हैं।’ इस दिन उन्होंने सौमित्र खां के व्यक्तिगत जीवन को लेकर भी कटाक्ष किया।

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