मधु, सन्मार्ग संवाददाता
कोलकाता : छठ पूजा के दौरान पश्चिम बंगाल मिनी बिहार के रूप में बदल जाता है। छठ पूजा शुरू हो चुकी है और पूजा की तैयारियों ने बाजारों में रौनक ला दी है। कोई बेलूड़ तो कोई न्यूटाउन से छठ पूजा की सामग्री लेनेे बड़ाबाजार में पहुंच रहा है क्योंकि यहां पूजा की सभी चीजें आसानी से मिल जाती हैं और कीमतें भी कुछ कम रहती हैं। हालांकि इस बार सूप, दौरा, डगरा, टोकरी, नारियल, गन्ना, दीया समेत अन्य चीजों की बढ़ी कीमतों ने लाेगों का बजट कुछ बिगाड़ दिया है। लौकी काफी महंगी बाजारों में बिक रही है। राज्य सरकार के टास्क फोर्स के सदस्य रवींद्र नाथ कोले ने बताया कि आम दिनों में प्रति पीस लौकी 30-40 रुपये में बिकती है जो फिलहाल 55-60 रुपये में बिक रही है। वहीं बैंगन 70-80 रु., करेला 60-70 रु., भिंडी 70-80 रु., कटहल 70 रुपये, टमाटर 70 रुपये, हरी मिर्च 120 रु. व चंद्रमुखी आलू 25-26 रु. प्रति किलों में बिक रही है।
यह कहना है दुकानदारों का
सूप विक्रेता शुभम गुप्ता ने बताया, ‘हम लोग सूप वगैरह बिहार से लाते हैं, लेकिन वहां बाढ़ के कारण कीमतें बढ़ी हुई हैं। आम तौर पर सूप 70-75 रुपये प्रति पीस बिकता है, लेकिन अभी छठ पूजा के कारण 100 रुपये प्रति पीस कीमतें हो गयी हैं।’ दीया और मिट्टी के सामान बेचने वाले पिनाकी पाल ने बताया कि छठ के लिए कोसी, मिट्टी के हाथी, दीये आदि चीजों की बिक्री हो रही है। सभी की कीमतें इस बार 10-15 रुपये बढ़ी है। केले का घवद बेच रहे सुजीत रॉय ने कहा कि घवद नदिया के करीमपुर से आता है। एक घवद की कीमत 200 रुपये से शुरू कर 500 रुपये तक है।
दोगुनी हो गयी हैं कीमतें
11 साल से छठ पूजा करती आ रहीं हेमलता देवी दमदम से बड़ाबाजार में पूजा की सामग्री लेने आयी थीं। उन्होंने कहा, ‘कीमतें काफी बढ़ी हुई हैं। हर बार की तुलना में दोगुनी कीमतें हो गयी हैं।’ शापूरजी से आयी सीता देवी ने कहा कि गत वर्ष 50 रुपये में मैंने सूप लिया था, इस बार 100 रुपये में बिक रहा है। छठ का सामान लेने नारकेलडांगा से आयी कुसुम देवी ने कहा, ‘कीमतें काफी बढ़ी हुई हैं, इस कारण बजट थोड़ा बिगड़ गया है।’ बेलूड़ से आयी प्रतिमा ने कहा कि दउरा, सूप, नारियल की खरीदारी करने आये हैं। इस बार कीमतें दोगुनी हो गयी हैं।