कोलंबो : पिछले मैच में जीत से उत्साहित पूर्व चैंपियन न्यूजीलैंड मंगलवार को यहां जब आईसीसी महिला एकदिवसीय विश्व कप के अहम मैच में सह-मेजबान श्रीलंका से भिड़ेगा तो उसकी कोशिश अपनी लय बरकरार रखना होगा। दूसरी तरफ श्रीलंका अभी तक एक भी मैच नहीं जीत पाया है और उसकी टीम घरेलू परिस्थितियों का फायदा उठाने की कोशिश करेगी। न्यूजीलैंड की टीम 2000 की चैंपियन है लेकिन वर्तमान टूर्नामेंट में उसकी शुरुआत अच्छी नहीं रही। उसे अपने पहले दो मैच में ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका से हार का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद वह बांग्लादेश को हराकर अपना अभियान पटरी पर लाने में सफल रही।
न्यूजीलैंड की टीम अभी अंक तालिका में पांचवें स्थान पर है। उसने तीन मैचों में दो अंक हासिल किए हैं और उसका नेट रन रेट -0.245 है, जिसे वे सुधारना चाहेंगे। कप्तान सोफी डिवाइन ने बल्ले से शानदार प्रदर्शन किया है। उन्होंने तीन पारियों में 86.66 की औसत से रन बनाए हैं। उनकी संयमित पारी और पांचवें नंबर की बल्लेबाज़ ब्रुक हॉलिडे के दमदार प्रदर्शन ने बांग्लादेश के खिलाफ टीम को जीत दिलाने में मदद की। न्यूजीलैंड के शीर्ष क्रम के प्रदर्शन में निरंतरता का अभाव है जो उसके लिए सबसे बड़ी चिंता का विषय है। अनुभवी सूजी बेट्स, जॉर्जिया प्लिमर और अमेलिया केर को अच्छी शुरूआत को बड़े स्कोर में बदलने में संघर्ष करना पड़ा है, जिससे अधिकांश जिम्मेदारी डिवाइन के कंधों पर आ गई है।
उन्हें अपनी लय हासिल करनी होगी और श्रीलंका के स्पिन आक्रमण के खिलाफ बेहतर प्रदर्शन करना होगा, विशेषकर उस पिच पर जिसमें टर्न मिलने की उम्मीद है। आर प्रेमदासा स्टेडियम में इस विश्व कप में अब तक चार मैच पूरे हो चुके हैं, जिसमें पहली पारी का औसत स्कोर 205 रन रहा है। स्पिनरों ने इस मैदान पर अपना दबदबा बनाया है और 41 विकेट लिए हैं जो तेज गेंदबाजों से 14 अधिक हैं। जहां तक श्रीलंका का सवाल है तो उसे सेमीफाइनल में पहुंचने की अपनी उम्मीदों को जीवंत रखने के लिए अब हर हाल में जीत दर्ज करनी होगी। चमारी अटापट्टू की अगुवाई वाली टीम के खाते में तीन मैचों में एक अंक है, जो गत चैंपियन ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एक मैच बारिश की भेंट चढ़ने के कारण है। वह केवल पाकिस्तान से आगे सातवें स्थान पर है।
श्रीलंका की टीम बल्लेबाजी में अपनी कप्तान अटापट्टू पर बहुत अधिक निर्भर है और अगर उसे जीत हासिल करनी है तो उसके अन्य बल्लेबाजों को भी अच्छा प्रदर्शन करना होगा। श्रीलंका की टीम को क्षेत्ररक्षण में भी काफी सुधार करना होगा, क्योंकि पिछले मैचों में कई कैच छूटने और खराब फील्डिंग के कारण उन्हें काफी नुकसान उठाना पड़ा है। यहां की परिस्थितियां एक बार फिर स्पिन के अनुकूल होने की उम्मीद है, इसलिए श्रीलंका को अपने स्पिनरों पर भरोसा करना होगा ताकि वे मुकाबले में बने रहें।
श्रीलंका : चमारी अटापट्टू (कप्तान), हासिनी परेरा, विशमी गुणरत्ने, हर्षिता समरविक्रमा, कविशा दिलहारी, नीलाक्षी डी सिल्वा, अनुष्का संजीवनी, इमेशा दुलानी, देवमी विहंगा, पिउमी वाथसाला, इनोका राणावीरा, सुगंधिका कुमारी, उदेशिका प्रबोदानी, मल्की मदारा, अचिनी कुलसुरिया।
न्यूजीलैंड : सोफी डिवाइन (कप्तान), सूजी बेट्स, ईडन कार्सन, फ्लोरा डेवोनशायर, इज़ी गेज, मैडी ग्रीन, ब्रुक हॉलिडे, ब्री इलिंग, पॉली इंगलिस, बेला जेम्स, मेली केर, जेस केर, रोज़मेरी मैयर, जॉर्जिया प्लिमर, ली ताहुहु।