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पुजारा ने क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास लिया

इस 37 वर्षीय खिलाड़ी में सोशल मीडिया पर संन्यास लेने की घोषणा की। पुजारा ने भारत की तरफ से 103 टेस्ट मैच खेले। उन्होंने अपना आखिरी टेस्ट मैच 2023 में खेला था।

नयी दिल्ली : भारत के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजों में से एक और एक दशक से अधिक समय तक टेस्ट क्रिकेट में भारतीय बल्लेबाजी की धुरी रहे चेतेश्वर पुजारा ने रविवार को क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास लेने की घोषणा की, जिससे उनके शानदार टेस्ट करियर का अंत हो गया। इस 37 वर्षीय खिलाड़ी में सोशल मीडिया पर संन्यास लेने की घोषणा की। पुजारा ने भारत की तरफ से 103 टेस्ट मैच खेले। उन्होंने अपना आखिरी टेस्ट मैच 2023 में खेला था। पुजारा ने कहा, ‘राजकोट के छोटे से शहर से एक छोटे लड़के के रूप में मैंने अपने माता-पिता के साथ सितारों में शामिल होने का लक्ष्य बनाया और भारतीय क्रिकेट टीम का हिस्सा बनने का सपना देखा। मुझे तब पता नहीं था कि यह खेल मुझे इतना कुछ देगा। इस खेल ने मुझे अमूल्य अवसर, अनुभव, उद्देश्य, प्यार और सबसे बढ़कर अपने राज्य और इस महान राष्ट्र का प्रतिनिधित्व करने का मौका दिया।’ 

पुजारा ने भावुक होते हुए कहा, ‘भारतीय जर्सी पहनना, राष्ट्रगान गाना और हर बार मैदान पर कदम रखते हुए अपना सर्वश्रेष्ठ देने की कोशिश करना - इसका वास्तविक अर्थ शब्दों में बयां करना असंभव है। लेकिन जैसा कि सभी चीजों का अंत होता है और मैंने भी भारतीय क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास लेने का निर्णय लिया है।’ टेस्ट क्रिकेट के विशेषज्ञ बल्लेबाज पुजारा का संन्यास लेने का फैसला पूरी तरह से आश्चर्यजनक नहीं था, क्योंकि टीम के दो अन्य दिग्गज खिलाड़ियों विराट कोहली और रोहित शर्मा ने इस साल की शुरुआत में इंग्लैंड दौरे से पहले टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कह दिया था, जबकि उनके एक अन्य साथी आर अश्विन ने दिसंबर में ऑस्ट्रेलिया दौरे के बीच में ही संन्यास ले लिया था।

पुजारा ने अपने टेस्ट करियर में 43.60 की औसत से 7195 रन बनाए। वह भारत के सर्वकालिक सर्वाधिक रन बनाने वाले बल्लेबाजों में आठवें स्थान पर हैं। उन्होंने प्रथम श्रेणी क्रिकेट में 21301 रन भी बनाए हैं। उम्मीद की जा रही थी कि पुजारा आगामी घरेलू सत्र में सौराष्ट्र की तरफ से खेलेंगे लेकिन इस स्टार बल्लेबाज ने सोचा कि यह क्रिकेट को अलविदा कहने का सही समय है। सौराष्ट्र क्रिकेट संघ के अध्यक्ष जयदेव शाह ने कहा, ‘हमें उम्मीद थी कि वह आगामी सत्र में खेलेंगे, लेकिन हम उनके फैसले का सम्मान करते हैं। सौराष्ट्र और भारतीय क्रिकेट के लिए वह एक महान खिलाड़ी रहे हैं। मैं उन्हें मैदान पर अलविदा कहते हुए देखना पसंद करता, लेकिन यह उनका फैसला है और हम उन्हें शुभकामनाएं देते हैं।‘ पुजारा ने शाह की कप्तानी में प्रथम श्रेणी क्रिकेट में पदार्पण किया था।

भारतीय टीम से दूर रहने के दौरान, पुजारा ने कमेंट्री की ओर रुख किया और हाल ही में ब्रिटेन में हुई भारत-इंग्लैंड सीरीज की प्रसारण टीम का हिस्सा रहे। पिछले महीने तक, वह घरेलू क्रिकेट में एक और साल खेलने के लिए प्रतिबद्ध दिख रहे थे और कमेंट्री करते हुए भी अपनी फिटनेस पर ध्यान दे रहे थे। पुजारा ने 2010 से 2023 तक के अपने करियर में 19 शतक और 35 अर्द्धशतक जमाए। राहुल द्रविड़ के संन्यास लेने के बाद वह विशेष रूप से विदेशी परिस्थितियों में भारतीय टेस्ट टीम की दीवार बन गए। पुजारा का पारंपरिक तरीके का खेल भले ही आकर्षक नहीं लगे लेकिन वह क्रीज पर टिककर खेलने में माहिर थे। गेंदबाजों को थका देने वाली अपनी बल्लेबाजी के कारण उन्होंने 2018 और 2021 में ऑस्ट्रेलिया के दौरे में भारत की जीत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।

सौराष्ट्र के वर्तमान मुख्य कोच नीरज ओडेदरा ने कहा, ‘मुझे उनसे संन्यास के फैसले की उम्मीद नहीं थी, लेकिन मुझे लगता है कि उन्होंने यह फैसला तब लिया होगा जब उन्हें पता था कि वह भारत के लिए दोबारा नहीं खेल पाएंगे। भारतीय क्रिकेट में उनका योगदान अतुलनीय है। मैं कहूंगा कि यह थोड़ा देर से लिया गया, लेकिन एक अच्छा फैसला है।’ एक व्यक्ति के रूप मे पुजारा विनम्रता की प्रतिमूर्ति हैं। अपने संन्यास संदेश में, उन्होंने उन लोगों और संस्थाओं का आभार व्यक्त किया जिन्होंने उनको एक अच्छा खिलाड़ी बनाने में योगदान दिया।

पुजारा ने कहा, ‘मैं बीसीसीआई (भारतीय क्रिकेट बोर्ड) और सौराष्ट्र क्रिकेट संघ का आभार व्यक्त करता हूं जिन्होंने मुझे मौका दिया और मेरा समर्थन किया। अपने गुरुओं, प्रशिक्षकों और आध्यात्मिक गुरु के अमूल्य मार्गदर्शन के बिना मैं यहां तक नहीं पहुंच पाता। मैं उनका सदैव ऋणी रहूंगा।‘ उन्होंने कहा, ‘मैं अपने सभी साथियों, सहयोगी स्टाफ, नेट गेंदबाजों, विश्लेषकों, लॉजिस्टिक्स टीम, अंपायरों, ग्राउंड स्टाफ, स्कोररों, मीडिया कर्मियों और उन सभी लोगों को बहुत-बहुत धन्यवाद देता हूं, जो पर्दे के पीछे अथक परिश्रम करते हैं ताकि हम इस खेल में प्रतिस्पर्धा कर सकें और इसे खेल सकें, जिसे हम दिल से चाहते हैं। मैं इस खेल के सभी प्रशंसकों का भी आभार व्यक्त करता हूं।’ पुजारा ने कहा, ‘और निश्चित रूप से यह सब मेरे परिवार मेरे माता-पिता, मेरी पत्नी पूजा, मेरी बेटी अदिति, मेरे ससुराल वालों और मेरे परिवार के बाकी सदस्यों के त्याग और अटूट समर्थन के बिना संभव या सार्थक नहीं हो पाता। उन्होंने वास्तव में मेरे इस सफर को सार्थक बनाने में अमूल्य योगदान दिया।’

भारतीय क्रिकेट जगत ने पुजारा के धैर्य और जज्बे की सराहना की

भारतीय क्रिकेट जगत ने रविवार को खेल के सभी प्रारूप से संन्यास लेने वाले स्टार बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा की उनके धैर्य, दृढ़ संकल्प और निस्वार्थ भाव से खेलने के लिए जमकर सराहना की। क्रिकेट के दिग्गज सचिन तेंदुलकर ने 2018 में ऑस्ट्रेलिया में हुई सीरीज में उनके प्रदर्शन को सर्वश्रेष्ठ में से एक बताया। उन्होंने ‘एक्स’ पर लिखा, ‘पुजारा आपको तीसरे नंबर पर खेलते देखना हमेशा सुकून देने वाला रहा। हर बार आप खेलते हुए संयम, साहस और टेस्ट क्रिकेट के प्रति गहरा लगाव लेकर आए।’ तेंदुलकर ने लिखा, ‘आपकी मजबूत तकनीक और दबाव में संयम टीम के लिए एक स्तंभ रहा है। ऑस्ट्रेलिया में 2018 की सीरीज में मिली जीत कई उपलब्धियों में से एक है। आपके अविश्वसनीय लचीलेपन और मैच में जीत दिलाने वाले रनों के बिना यह संभव नहीं होता।’ उन्होंने आगे कहा, ‘शानदार करियर के लिए बधाई। अगले अध्याय के लिए शुभकामनाएं। अपनी दूसरी पारी का आनंद लें!’

भारत के मुख्य कोच गौतम गंभीर ने एक्स पर लिखा, ‘जब तूफान आया तो वह डटे रहे, जब उम्मीदें धूमिल हो रही थीं तब उन्होंने अपना जुझारूपन दिखाया। पुज्जी को बधाई।’ पूर्व भारतीय ऑलराउंडर युवराज सिंह ने राष्ट्रीय टीम के प्रति पुजारा की प्रतिबद्धता की सराहना की। युवराज ने लिखा, ‘ऐसा व्यक्ति जिसने हमेशा अपना मन, शरीर और आत्मा देश के लिए लगा दी। शानदार करियर के लिए बहुत-बहुत बधाई पुज्जी। फिर मिलेंगे।’ भारत के पूर्व बल्लेबाज वीवीएस लक्ष्मण ने लिखा, ‘उनका साहस, धैर्य और दृढ़ संकल्प हमेशा स्पष्ट दिखाई दिया और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ गाबा टेस्ट में उन्हें जो चोटें लगीं, वे मेरे लिए पुजारा के उस क्रिकेटर का प्रतीक हैं जो अपने देश के लिए अपना सब कुछ झोंक देता है। शाबाश और आपको दूसरी पारी के लिए शुभकामनाएं।’  

पुजारा के करियर के दौरान भारत के कोच रहे अनिल कुंबले ने कहा, ‘शानदार करियर के लिए बधाई! आप इस अद्भुत खेल के एक महान दूत रहे हैं। क्रिकेट के मैदान पर आपकी सभी उपलब्धियों पर हम सभी को गर्व है।‘ कुंबले ने लिखा, ‘आपने टीम के लिए अपना सब कुछ झोंक दिया। आपके साथ काम करना सौभाग्य की बात थी और आप अपनी दूसरी पारी में भी इसी तरह चमकते रहें। आपको, पूजा, अदिति और आपके पिताजी को शुभकामनाएं। शाबाश।’ भारत के पूर्व मुख्य कोच रवि शास्त्री ने पुजारा को एक सच्चा योद्धा बताया। उन्होंने लिखा, ‘एक सच्चा योद्धा। कोच के रूप में मेरे कार्यकाल में उन्होंने भारत को लगातार पांच साल तक नंबर एक टीम बनाने और ऑस्ट्रेलिया में लगातार दो सीरीज जीतने में अहम भूमिका निभाई जहां उनका प्रदर्शन बेहद शानदार रहा। शाबाश।’ पुजारा के लंबे समय तक साथी रहे अजिंक्य रहाणे ने कहा, ‘पुज्जी, शानदार करियर के लिए बधाई। आपके साथ खेलने के हर पल का आनंद लिया और साथ में मिली विशेष टेस्ट जीत को हमेशा संजो कर रखेंगे। दूसरी पारी के लिए शुभकामनाएं।’ भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) ने भारतीय क्रिकेट में पुजारा के योगदान का जिक्र किया और उन्हें भारतीय बल्लेबाजी का मजबूत स्तंभ बताया।

बीसीसीआई सचिव देवजीत सैकिया ने कहा, ‘‘चेतेश्वर पुजारा का करियर दृढ़ संकल्प और निस्वार्थ भाव से खेलने का शानदार उदाहरण है। उन्होंने टेस्ट क्रिकेट की भावना को साकार किया। विपक्षी आक्रमण को ध्वस्त करने की उनकी क्षमता और एकाग्रता की उनकी अपार शक्ति ने उन्हें भारतीय बल्लेबाजी का मजबूत स्तंभ बनाया।’ उन्होंने कहा, ‘उन्होंने दिखाया कि खेल के पारंपरिक मूल्यों के प्रति समर्पित रहते हुए भी शीर्ष स्तर पर सफलता हासिल की जा सकती है। अंतरराष्ट्रीय और घरेलू, दोनों स्तरों पर भारतीय क्रिकेट के प्रति उनकी प्रतिबद्धता अद्भुत रही है। उन्होंने खेल और देश को जो कुछ भी दिया है, उसके लिए हम उनके आभारी हैं।’ पूर्व भारतीय सलामी बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग ने कहा, ‘शानदार टेस्ट करियर के लिए बधाई चेतेश्वर। आपका धैर्य, दृढ़ संकल्प और कड़ी मेहनत प्रेरणादायक थी और आपने जो हासिल किया है उस पर आपको गर्व हो सकता है। दूसरी पारी के लिए शुभकामनाएं।’ पूर्व भारतीय बल्लेबाज सुरेश रैना ने कहा, ‘एक दिग्गज को सलाम। चेतेश्वर पुजारा के अविश्वसनीय करियर को अलविदा कहने का समय आ गया है। आपने हमें अनगिनत सुखद यादें दी हैं।‘ पूर्व भारतीय ऑलराउंडर इरफान पठान ने कहा, ‘आपके साहसिक खेल की चर्चा हमेशा आपके नाम से पहले होती है। शानदार करियर के लिए बहुत-बहुत बधाई। आपकी आक्रामकता आपके डिफेंस में साफ़ दिखाई देती थी। आपने भारत को गौरवान्वित किया है, पुज्जी। दूसरी पारी के लिए आपको शुभकामनाएं।’

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