नई दिल्ली – भारत की चौथी सबसे बड़ी आईटी कंपनी विप्रो वित्त वर्ष 2025-26 में 10,000-12,000 छात्रो को भर्ती कर सकती है। विप्रो ने 17 जनवरी को अपने दिसंबर तिमाही के आंकड़ों की घोषणा के बाद यह ऐलान किया है। विप्रो के मुख्य मानव संसाधन अधिकारी सौरभ गोविल ने कंपनी के तिमाही आंकड़ों की घोषणा करते हुए कहा कि, " हम बड़ी सख्या में लोगों को नियुक्त कर रहे हैं…..जो अमेरिका में स्थानीय हैं। हमारे पास एच-1बी वीजा का अच्छा भंडार है, इसलिए हमें जब भी आवश्यकता होगी हम लोगों को स्थानांतरित कर सकते हैं। अगर मांग बढ़ती है तो आपूर्ति पक्ष हमारे लिए बाधा नही बनेगा। उन्होंने कहा कि कंपनी हर तिमाही में 2,500-3,000 फ्रशर्स को शामिल करना जारी रखेगी। इसका मतलब है हर वित्त वर्ष में 10,000-12,000 फ्रेशर्स को शामिल किया जाएगा। देश के अलग-अलग कैंपस से 10-12 हजार फ्रशर्स को कंपनी अगले वित्त वर्ष हायर करेगी।"
कैसे रहे कंपनी के तिमाही नतीजे
विप्रो का चालू वित्त वर्ष 2024-25 की तीसरी तिमाही में शुद्ध लाभ सालाना आधार पर 24.4 परसेंट बढ़कर करीब 3,354 करोड़ रुपये रहा। कंपनी द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक आगामी मार्च तिमाही के लिए विप्रो को आईटी सेवा कारोबार से 260.2 करोड़ डॉलर से 265.5 करोड़ डॉलर के बीच राजस्व हासिल का अनुमान है। इसके साथ ही विप्रो ने प्रति शेयर छह रुपये अंतरिम डिविडेंड देने की भी घोषणा की है।