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अमेरिकी शुल्क से कर्ज की स्थिति कमजोर होगी

वृद्धि की रफ्तार सुस्त पड़ेगी तथा मंदी की आशंका बढ़ेगी

नयी दिल्ली : रेटिंग एजेंसी मूडीज रेटिंग्स ने कहा कि अमेरिकी शुल्क से कर्ज की स्थिति कमजोर होगी और खासकर कम रेटिंग वाली कंपनियों के लिए चूक का जोखिम बढ़ेगा।अप्रत्याशित अमेरिकी व्यापार नीति से वैश्विक ऋण की स्थिति खराब होगी और इसके व्यापक आर्थिक प्रभाव से वृद्धि की रफ्तार सुस्त पड़ेगी तथा मंदी की आशंका बढ़ेगी।  

सबसे ज्यादा जोखिम : मूडीज रेटिंग्स ने एक रिपोर्ट में कहा, शुल्क से सबसे ज्यादा जोखिम गैर-वित्तीय कॉरपोरेट क्षेत्रों को है। कम रेटिंग वाली कंपनियां ऋण बाजारों पर अपनी निर्भरता से प्रभावित होंगी। ज्यादातर बैंकों और संप्रभु देशों के लिए जोखिम, आर्थिक कमजोरी के जरिये अप्रत्यक्ष हैं।

क्या है स्थिति : मूडीज रेटिंग्स ने कहा, शुल्क ने वित्तीय बाजारों को झकझोर दिया है और वैश्विक आर्थिक मंदी का जोखिम बढ़ा दिया है। निरंतर अनिश्चितता से व्यापार नियोजन में बाधा आएगी, निवेश रुकेगा और उपभोक्ता धारणा पर असर पड़ेगा।हालांकि इस ‘विराम’ से व्यवसायों को उत्पादन और स्रोत को समायोजित करने के लिए अधिक समय मिलेगा, लेकिन 90 दिन के बाद शुल्क व्यवस्था पर स्पष्टता की कमी से व्यवसाय नियोजन में बाधा उत्पन्न होगी, निवेश रुकेगा और वृद्धि धीमी होगी।

क्या है मामला : अमेरिकी प्रशासन ने नौ अप्रैल को अधिकांश जवाबी शुल्क के कार्यान्वयन पर 90 दिन की रोक लगा दी। हालांकि, इन देशों पर 10 प्रतिशत का मूल शुल्क लागू रहेगा। अमेरिका ने चीन से आयातित अधिकांश वस्तुओं पर शुल्क को बढ़ाकर 145 प्रतिशत कर दिया था। अब 16 अप्रैल को इसे और बढ़ाकर 245 प्रतिशत कर दिया गया है।

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