लीड्सः पिछले साल डोनाल्ड ट्रंप के अमेरिका के राष्ट्रपति के रूप में फिर से चुने जाने और उसके परिणामस्वरूप विदेशी कूटनीति तथा संबंधों में बदलाव के कारण अमेरिका के प्रति वैश्विक दृष्टिकोण में परिवर्तन देखा जा रहा है। पर्यटकों के अमेरिका जाने की इच्छा प्रभावित होती दिख रही है। अमेरिका दुनिया के शीर्ष तीन देशों में शामिल है जहां सबसे ज्यादा पर्यटक आते हैं। सैन फ्रांसिस्को, न्यूयॉर्क और शिकागो जैसे शहर और योसेमाइट जैसे नेशनल पार्क दशकों से अंतरराष्ट्रीय पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करते रहे हैं।
अमेरिका में 2023 में 6.65 करोड़ पर्यटक आए थे और 2024 का आंकड़ा इससे कहीं अधिक होने की उम्मीद है। लेकिन हाल के महीनों में बहुत कुछ बदल गया है और 2025 के आंकड़े उतने उत्साहजनक रहने की उम्मीद नहीं है। प्रतिशत तक गिर गई है।
क्या है स्थितिः अमेरिका में आने वाले अंतरराष्ट्रीय पर्यटकों में सबसे ज्यादा संख्या कनाडा के लोगों की रहती है। ‘एयर कनाडा’ ने ऐलान किया है कि वह मार्च से लास वेगास सहित कुछ अमेरिकी पर्यटन स्थलों के लिए मांग घटने के कारण उड़ानों में कटौती कर रहा है। कनाडाई बाजार शोधकर्ता ‘लेगर’ द्वारा मार्च में किए गए सर्वेक्षण के अनुसार, अमेरिका की यात्रा की योजना बनाने वाले 36 प्रतिशत कनाडावासियों ने पहले ही इसे रद्द कर दिया है। विमानन विश्लेषण कंपनी ‘ओएजी’ के डेटा के अनुसार, कनाडा से अमेरिका के मार्गों पर यात्री बुकिंग पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 70 प्रतिशत से अधिक तक कम हुई है।
‘यूएस ट्रैवल एसोसिएशन’ ने आगाह किया है कि कनाडा से आने वाले पर्यटकों की संख्या में 10 प्रतिशत की कमी से भी 2.1 अरब अमेरिकी डॉलर का नुकसान हो सकता है जिससे 140,000 आतिथ्य रोजगार खतरे में पड़ सकते हैं। मार्च में ‘यूजीओवी’ द्वारा किए गए शोध में पाया गया कि पिछले साल नवंबर में ट्रंप के फिर से चुने जाने के बाद से अमेरिका के प्रति पश्चिमी यूरोपीय दृष्टिकोण अधिक नकारात्मक हो गया है। ब्रिटेन (53 प्रतिशत), जर्मनी (56 प्रतिशत), स्वीडन (63 प्रतिशत) और डेनमार्क (74 प्रतिशत) में आधे से अधिक लोगों की अमेरिका को लेकर अब नकारात्मक राय है।