नयी दिल्ली : अंतरराष्ट्रीय वायु परिवहन संघ (आईएटीए) के महानिदेशक विली वॉल्श ने कहा कि लागत और कर चुनौतियों में वृद्धि के बावजूद उड़ान की वास्तविक लागत एक दशक पहले की तुलना में 40 प्रतिशत कम हो गई है।वॉल्श ने साथ ही कहा कि आपूर्ति श्रृंखला संबंधी समस्याओं के परिणामस्वरूप विमानन उद्योग की वृद्धि दर धीमी हो गई है। अंतरराष्ट्रीय वायु परिवहन संघ (आईएटीए) की वार्षिक आम बैठक (एजीएम) 42 वर्ष बाद भारत में हो रही है। आईएटीए वैश्विक स्तर पर 350 से अधिक वाहकों का प्रतिनिधित्व करता है।
हवाई यातायात की मांग बढ़ रही : भारत, विश्व में सबसे तेजी से बढ़ते नागर विमानन बाजारों में से एक है। हवाई यातायात की मांग बढ़ रही है, जबकि हवाई किराये के बारे में चिंताएं बनी हुई हैं। इस बीच, विमानन उद्योग को प्रभावित करने वाली आपूर्ति श्रृंखला संबंधी समस्याओं का उल्लेख करते हुए आईएटीए महानिदेशक ने कहा कि विमान के मामले में विनिर्माण क्षेत्र बुरी तरह विफल हो रहा है। उन्होंने साथ ही कहा कि हवाई यात्रियों की संख्या सालाना पांच अरब को पार कर जाने का अनुमान है।