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क्रय शक्ति में भारतीय अर्थव्यवस्था अमेरिकी अर्थव्यवस्था के आधे से अधिक

नयी दिल्ली : नीति आयोग के उपाध्यक्ष सुमन बेरी ने कहा कि क्रय शक्ति समता (पीपीपी) के संदर्भ में भारतीय अर्थव्यवस्था का आकार पहले से ही 15,000 अरब डॉलर है, जो अमेरिकी अर्थव्यवस्था के आधे से भी अधिक है।अमेरिका की अर्थव्यवस्था 29,000 अरब डॉलर पर है। यानी मोटे तौर पर हम अमेरिकी अर्थव्यवस्था के आकार के आधे हैं।

क्रय शक्ति समता : क्रय शक्ति समता (पीपीपी) का उपयोग विभिन्न देशों के बीच मुद्राओं के सापेक्ष मूल्य की तुलना करने के लिए किया जाता है। बाजार विनिमय दर का उपयोग करने के बजाय, पीपीपी उन वस्तुओं और सेवाओं की मात्रा पर ध्यान केंद्रित करता है जिन्हें प्रत्येक देश में मुद्रा की एक निश्चित राशि के साथ खरीदा जा सकता है। बेरी ने कहा, ‘हमारी अर्थव्यवस्था के चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था होने के बारे में अखबारों में बहुत कुछ लिखा गया है। ये सभी बाजार मूल्यों पर मापे जाते हैं, लेकिन उत्पादकता को मापने का वास्तविक तरीका क्रय शक्ति समता है।’

बेरी ने कहा कि अर्थशास्त्री क्रय शक्ति समता पर श्रम उत्पादकता को मापते हैं क्योंकि पीपीपी अमेरिकी अर्थव्यवस्था के आकार के मुकाबले देशों की अर्थव्यवस्था के वास्तविक आकार को मापता है।जब हम पीपीपी के संदर्भ में भारत की अर्थव्यवस्था का आकार मापते हैं, यह 15,000 अरब डॉलर बैठता है।

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