नयी दिल्ली : देश में ऊर्जा दक्षता में सुधार के लिए एयर कंडीशनर (एसी) के ‘डिफॉल्ट’ तापमान को 20 से 28 डिग्री सेल्सियस के बीच मानकीकृत करने के लिए ऊर्जा दक्षता ब्यूरो (बीईई) रूपरेखा तैयार कर रहा है। बीईई ऊर्जा-कुशल प्रक्रियाओं, उपकरणों व प्रणालियों के इस्तेमाल को बढ़ावा देता है।
क्या है स्थिति : एक अधिकारी ने बताया कि इस विषय पर चर्चा जारी है, लेकिन तापमान की सटीक निर्धारित सीमा या किसी समय-सीमा (दिशानिर्देश जारी करने के लिए) पर अभी तक कोई अंतिम निर्णय नहीं लिया गया है। केंद्रीय ऊर्जा मंत्री मनोहर लाल ने मंगलवार को संवाददाता सम्मेलन में कहा था कि सरकार एसी के तापमान को मानकीकृत करने के विषय पर उपकरण विनिर्माताओं तथा राज्यों के साथ बातचीत कर रही है। कार में लगे एसी में भी ऐसे मानकीकृत तापमान होने के सवाल पर मंत्री ने कहा कि सरकार वाहन विनिर्माताओं के साथ भी बात कर रही है। यह घोषणा ऐसे समय में की गई है जब भारत की बिजली मांग बढ़ रही है और नौ जून को यह 241 गीगावाट तक पहुंच गई।
क्या है उद्देश्य : बिजली सचिव पंकज अग्रवाल ने कहा कि इस कदम का उद्देश्य देश में ऊर्जा दक्षता में सुधार लाना है। तापमान में एक डिग्री की कमी से भी छह प्रतिशत ऊर्जा की बचत होती है। देश में करोड़ों एसी हैं और हर साल नए एसी आ रहे हैं। इससे आप होने वाली बचत की कल्पना कर सकते हैं।