मुंबई : भारत समेत विभिन्न देशों पर लगाए उच्च सीमा शुल्क को तीन महीनों के लिए टालने के अमेरिकी सरकार के फैसले से स्थानीय शेयर बाजारों में जबर्दस्त तेजी रही। भारतीय बाजार में तेजी इस लिहाज से खास रही कि इसने दुनिया भर के बाजारों में व्याप्त गिरावट के रुख के उलट तेजी का रुझान दिखाया।
अमेरिका और चीन के बीच व्यापार युद्ध गहराने से वैश्विक बाजारों में नकारात्मक धारणा हावी रही। स्थानीय स्तर पर जबर्दस्त लिवाली होने से बीएसई का सेंसेक्स 1,310.11 अंक यानी 1.77 प्रतिशत उछलकर 75,157.26 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान एक समय यह 1,620.18 अंक बढ़कर 75,467.33 तक पहुंच गया था।एनएसई का निफ्टी भी 429.40 अंक यानी 1.92 प्रतिशत बढ़कर 22,828.55 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान एक समय यह 524.75 अंक बढ़कर 22,923.90 पर पहुंच गया था।
कई कंपनियों के शेयर आज बढ़त में रहे
सेंसेक्स की 30 में से 28 कंपनियों के शेयर बढ़त में रहे। बीएसई स्मालकैप सूचकांक ने 3.04 प्रतिशत का उछाल देखा जबकि मिडकैप सूचकांक में 1.84 प्रतिशत की तेजी रही। सभी क्षेत्रवार सूचकांक भी बढ़त के साथ बंद हुए। जिंस खंड में सर्वाधिक 3.40 प्रतिशत की बढ़त रही जबकि टिकाऊ उपभोक्ता खंड 2.92 प्रतिशत और बिजली खंड 2.64 प्रतिशत चढ़ा। बीएसई पर सूचीबद्ध कुल 3,115 शेयर बढ़कर बंद हुए जबकि 846 शेयरों में गिरावट रही और 118 अन्य अपरिवर्तित रहे। भारतीय बाजार के उलट वैश्विक बाजारों में गिरावट का रुख देखा गया। चीन और अमेरिका के बीच व्यापार युद्ध तेज होने से बढ़ती चिंताओं के बीच वैश्विक बाजारों में बिकवाली का जोर देखा गया।
क्या रही स्थिति : टाटा स्टील में सर्वाधिक 4.91 प्रतिशत की तेजी रही जबकि एचडीएफसी बैंक 2.33 प्रतिशत बढ़त पर रहा। पावर ग्रिड, एनटीपीसी, कोटक महिंद्रा बैंक, रिलायंस इंडस्ट्रीज और अदाणी पोर्ट्स में भी तेजी देखी गई। दूसरी तरफ, एशियन पेंट्स और टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) के शेयर गिरावट के साथ बंद हुए।
क्या कहते हैं विशेषज्ञ : जियोजित इन्वेस्टमेंट्स लिमिटेड के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, जवाबी शुल्कों पर अप्रत्याशित रोक लगा दिए जाने से बाजार को राहत मिली है। हालांकि टीसीएस के तिमाही नतीजे बाजार की उम्मीदों से कम रहे, लेकिन ऑर्डर बुक बढ़ने से चालू वित्त वर्ष की दूसरी छमाही में स्थिति सुधरने की उम्मीद है।