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युद्धविराम के उल्लंघन से शेयर बाजार ने बड़ी बढ़त गंवाई

मुंबई : ईरान और इजरायल के बीच युद्धविराम की खबरों के बीच मुनाफावसूली का सिलसिला चलने से स्थानीय शेयर बाजार ने अपना अधिकांश शुरुआती लाभ गंवा दिया। युद्धविराम की खबरों से पश्चिम एशिया में तनाव कम होने और कच्चे तेल की कीमतें घटने की उम्मीद में शुरुआती कारोबार में जबर्दस्त उछाल देखा गया। सेंसेक्स एक समय 1,121.37 अंक यानी 1.36 प्रतिशत उछलकर 83,018.16 अंक तक पहुंच गया था। हालांकि, दोपहर तक युद्धविराम के उल्लंघन की खबरें आने से बाजार ने इस बड़ी बढ़त को काफी हद तक गंवा दिया। कारोबार के अंत में सेंसेक्स 158.32 अंक यानी 0.19 प्रतिशत की बढ़त के साथ 82,055.11 अंक पर बंद हुआ। एनएसई के निफ्टी का भी कारोबार उतार-चढ़ाव से भरा रहा। एक समय निफ्टी 25,317.70 अंक तक पहुंच गया था लेकिन कारोबार के अंत में यह सिर्फ 72.45 अंक यानी 0.29 प्रतिशत तेजी के साथ 25,044.35 अंक पर बंद हुआ।

क्या कहते हैं विशेषज्ञ : जियोजीत इन्वेस्टमेंट्स लिमिटेड के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘घरेलू बाजार का शुरुआती लाभ, युद्धविराम की घोषणा और कच्चे तेल की कीमतों में तेज गिरावट से प्रेरित था। लेकिन पश्चिम एशिया में नए सिरे से भू-राजनीतिक तनाव पैदा होने से यह धारणा अल्पकालिक साबित हुई। वायदा अनुबंधों की समाप्ति का दिन होने से भी बाजार में काफी उतार-चढ़ाव का माहौल रहा। हालांकि, बाजार ने एक दायरे में रहने की प्रवृत्ति से बाहर निकलने का प्रयास किया था लेकिन लगातार वैश्विक जोखिम इसे बाधित कर रहे हैं।

क्या रही स्थिति : सेंसेक्स की कंपनियों में अदाणी पोर्ट्स, टाटा स्टील, कोटक महिंद्रा बैंक, अल्ट्राटेक सीमेंट, बजाज फिनसर्व और टाइटन के शेयर बढ़त के साथ बंद हुए। इसके उलट पावर ग्रिड, ट्रेंट, एनटीपीसी, मारुति, एचसीएल टेक और भारत इलेक्ट्रॉनिक्स के शेयरों में गिरावट का रुख रहा। व्यापक बाजार में बीएसई स्मॉलकैप सूचकांक 0.71 प्रतिशत और मिडकैप 0.54 प्रतिशत की बढ़त के साथ बंद हुआ। बीएसई पर सूचीबद्ध कंपनियों में से 2,662 बढ़त लेने में सफल रहीं जबकि 1,339 कंपनियों में गिरावट रही और 143 अन्य के भाव अपरिवर्तित रहे।

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