लंदन : वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने ऑस्ट्रिया की अपनी यात्रा के दौरान दोनों देशों की स्टार्टअप कंपनियों के बीच वित्त-प्रौद्योगिकी क्षेत्र में निवेश और सहयोग के अवसरों को लेकर विशेष चर्चा की। ऑस्ट्रिया के वित्त मंत्रालय ने वियना में मेजबान देश के वित्त मंत्री मार्कस मार्टरबाउर और सचिव बारबरा ईबिंगर-मिडल के साथ सीतारमण की बैठकों के बारे में जानकारी साझा की। सीतारमण की यात्रा का उद्देश्य उच्च स्तरीय वार्ता, द्विपक्षीय बैठकों और सहयोग के अवसरों की खोज के जरिये ऑस्ट्रिया के साथ भारत के आर्थिक और वित्तीय संबंधों को मजबूत बनाना है।
चर्चा के मुद्दे : भारतीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने भारतीय अर्थव्यवस्था के प्रमुख पहलुओं, प्रमुख सुधारों और नीतिगत उपायों के बारे में जानकारी दी। सीतारमण ने इलेक्ट्रिक परिवहन और सेमीकंडक्टर क्षेत्रों में राष्ट्रीय निवेश और अवसंरचना कोष के जरिये दोनों देशों की स्टार्टअप कंपनियों के बीच खासकर वित्त प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में निवेश एवं व्यापार सहयोग के अवसरों के बारे में बताया।
आर्थिक सहयोग को मजबूत करना : बैठक में मंत्री मार्टरबाउर ने कहा, अमेरिका की शुल्क और व्यापार नीतियां यूरोपीय एवं ऑस्ट्रियाई अर्थव्यवस्थाओं पर दबाव डाल रही हैं। इससे सभी भागीदार देशों के साथ आर्थिक सहयोग को मजबूत करना और नवोन्मेष-संचालित सहयोग को बढ़ावा देना और भी महत्वपूर्ण हो जाता है। बारबरा ईबिंगर-मिडल ने कहा, भारत जैसी अर्थव्यवस्था के साथ सहयोग और व्यापार संबंध हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण है। सीतारमण के साथ आदान-प्रदान ऑस्ट्रिया और भारत के बीच गहन सहयोग की व्यापक क्षमता को रेखांकित करता है।भारतीय वित्त मंत्रालय ने कहा कि सीतारमण ने मार्टरबाउर को एक व्यापार प्रतिनिधिमंडल के साथ भारत आने के लिए आमंत्रित किया है। सीतारमण यूरोपीय देशों के अपने दौरे के क्रम में इस समय ऑस्ट्रिया पहुंची हुई हैं। इसके पहले वह ब्रिटेन की यात्रा पर थीं।