मुंबई : घरेलू शेयर बाजारों के सकारात्मक रुख और विदेशों में डॉलर के कमजोर होने से अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया लगातार दूसरे सत्र में तेजी के साथ 35 पैसे बढ़कर 85.10 पर बंद हुआ।विदेशी कोषों का प्रवाह बढ़ने तथा भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा वित्त वर्ष 2024-25 के लिए सरकार को 2.69 लाख करोड़ रुपये का रिकॉर्ड लाभांश देने की घोषणा से रुपये को मजबूती मिली।
हालांकि, कच्चे तेल की कीमतों में मामूली सुधार ने रुपये के लाभ को सीमित कर दिया। अप्रैल के लिए औद्योगिक और विनिर्माण उत्पादन के आंकड़े और मार्च तिमाही के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की वृद्धि के आंकड़े इस सप्ताह जारी होने वाले हैं, इसलिए बाजार प्रतिभागी आगे के संकेतों का इंतजार कर रहे हैं।
क्या कहते हैं विशेषज्ञ : मिराए एसेट शेयरखान के शोध विश्लेषक अनुज चौधरी ने कहा कि सकारात्मक घरेलू बाजारों और कमजोर अमेरिकी डॉलर सूचकांक के कारण रुपये में तेजी आई। चौधरी ने कहा, ‘बेहतर वैश्विक जोखिम भावना और सकारात्मक वैश्विक बाजारों से भी रुपये को समर्थन मिल सकता है।’ उन्होंने कहा कि अमेरिकी बाजार, ‘मेमोरियल डे’ की छुट्टी के कारण बंद रहेंगे, इसलिए कारोबार कम रह सकता है। डॉलर-रुपये की हाजिर कीमत 84.70 रुपये से 85.40 रुपये के बीच रहने की उम्मीद है। इस बीच, छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले डॉलर की मजबूती को मापने वाला डॉलर सूचकांक 0.07 प्रतिशत की गिरावट के साथ 98.94 पर कारोबार कर रहा था।