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रुपया 23 पैसे की बढ़त के साथ 88.50 प्रति डॉलर पर

अमेरिका के साथ व्यापार समझौते को लेकर उम्मीदों ने रुपये को समर्थन प्रदान किया

मुंबई : वित्तपोषण की दिक्कतों के कारण कई अमेरिकी विभागों का कामकाज ठप होने संबंधी (शटडाउन) विधेयक पर प्रगति और अमेरिका-भारत व्यापार समझौते को लेकर उम्मीदों के बीच अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले रुपया 23 पैसे की बढ़त के साथ 88.50 प्रति डॉलर पर बंद हुआ। घरेलू शेयर बाजार में तेजी लौटने और अमेरिका के साथ व्यापार समझौते को लेकर उम्मीदों ने रुपये को समर्थन प्रदान किया। हालांकि, कच्चे तेल की ऊंची कीमतों और विदेशी पूंजी की निकासी ने निवेशकों की कारोबारी धारणा को प्रभावित किया।

क्या रही स्थिति : अंतरबैंक विदेशी मुद्रा बाजार में, रुपया अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले 88.69 पर खुला और दिन के दौरान 88.50 के उच्चस्तर तक गया और 88.72 के निचले स्तर तक आया। अंत में, रुपया 88.50 पर बंद हुआ, जो पिछले बंद भाव से 23 पैसे की बढ़त है। सोमवार को रुपया डॉलर के मुकाबले 88.73 पर बंद हुआ था।

क्या कहते हैं विश्लेषक : मिराए एसेट शेयरखान के शोध विश्लेषक अनुज चौधरी ने कहा, वैश्विक बाजारों में जोखिम उठाने की क्षमता में वृद्धि और डॉलर के कमजोर होने के कारण रुपये में तेजी आई। उन्होंने कहा कि अमेरिकी सरकार के ‘शटडाउन’ के खत्म होने की उम्मीदों ने वैश्विक बाजार की कारोबारी धारणा को मजबूत किया। वैश्विक बाजारों में तेजी और डॉलर में कमजोरी के चलते रुपये के थोड़े सकारात्मक रुख़ के साथ कारोबार करने की उम्मीद है। हालांकि, कच्चे तेल की ऊंची कीमतें और आयातकों की डॉलर मांग इस बढ़त को सीमित कर सकती है। अमेरिकी सरकार के ‘शटडाउन’ के खत्म होने के साथ ही बाजार में उतार-चढ़ाव बना रह सकता है। डॉलर-रुपये की हाजिर कीमत 88.30 से 88.80 के बीच रहने की उम्मीद है। इस बीच, छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले डॉलर की मज़बूती का आकलन करने वाला डॉलर इंडेक्स 0.03 प्रतिशत बढ़कर 99.61 पर पहुंच गया। वैश्विक तेल बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड वायदा कारोबार में 0.34 प्रतिशत बढ़कर 64.28 डॉलर प्रति बैरल पर रहा।

रुपये में उल्लेखनीय तेजी : एचडीएफसी सिक्योरिटीज के शोध विश्लेषक, दिलीप परमार ने कहा कि रुपये में उल्लेखनीय तेजी आई है, जो मुख्य रूप से अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की टिप्पणियों से प्रेरित है, जिन्होंने कहा कि अमेरिका और भारत एक व्यापार समझौते को अंतिम रूप देने के 'काफी करीब' पहुंच रहे हैं। हमें उम्मीद है कि अमेरिका के साथ व्यापार समझौते का सफल समापन भारतीय रुपये के लिए एक शक्तिशाली उत्प्रेरक का काम करेगा, जिससे संभावित रूप से तेज और पर्याप्त वृद्धि होगी। निकट भविष्य में, हाजिर डॉलर-रुपया जोड़ी को 88.40 के स्तर पर महत्वपूर्ण समर्थन का सामना करना पड़ रहा है, जबकि 88.75 पर प्रतिरोध का सामना करना पड़ रहा है।

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