मुंबई : अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले रुपया 20 पैसे टूटकर 88.68 प्रति डॉलर पर बंद हुआ। अमेरिकी मुद्रा में आई बड़ी मजबूती तथा फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दर में कटौती की उम्मीद कम होने से रुपये में यह गिरावट आई।अमेरिकी फेडरल रिजर्व के बैठक के ब्योरे में यह इशारा मिलने से कि ज़्यादातर अधिकारी अक्टूबर में ब्याज दर में कटौती के बाद दिसंबर में ब्याज कटौती के खिलाफ थे।
क्या रही स्थिति : अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में, रुपया 88.63 पर खुला, फिर नीचे गिरा और दिन के कारोबार में 88.74 के सबसे निचले स्तर पर पहुंच गया। यह दिन के कारोबार में डॉलर के मुकाबले 88.62 के सबसे ऊंचे स्तर पर भी पहुंचा।रुपया आखिरकार कारोबार के अंत में अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले 88.68 पर बंद हुआ, जो पिछले बंद भाव से 20 पैसे की गिरावट है। बुधवार को डॉलर के मुकाबले रुपया 12 पैसे बढ़कर 88.48 पर बंद हुआ। इस बीच, दुनिया की छह प्रतिस्पर्धी मुद्राओं की तुलना में डॉलर की मजबूती को मापने वाला डॉलर इंडेक्स 0.03 प्रतिशत गिरकर 100.19 रह गया।
नकारात्मक रुख के साथ कारोबार : मिराए एसेट शेयरखान के शोध विश्लेषक, अनुज चौधरी ने कहा, उम्मीद है कि डॉलर के बढ़ने और अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा दिसंबर में फेडरल ओपन मार्केट कमेटी की बैठक में ब्याज दर कटौती की उम्मीद कम होने से रुपया थोड़े नकारात्मक रुख के साथ कारोबार करेगा।
रुपये पर और दबाव : विशेषज्ञों ने कहा कि आयातकों की डॉलर मांग से रुपये पर और दबाव पड़ सकता है। हालांकि, वैश्विक जोखिम लेने की क्षमता में बढ़ोतरी और भारत-अमेरिकी व्यापार समझौते को लेकर उम्मीद जगने से रुपये को निचले स्तर पर समर्थन मिल सकता है। रुपया रिकॉर्ड निचले स्तर की ओर बढ़ रहा है, ऐसे में हम रिजर्व बैंक को दखल देते हुए देख सकते हैं। व्यापारी गैर-कृषि पेरोल रिपोर्ट से भी संकेत ले सकते हैं। डॉलर-रुपये की हाजिर कीमत 88.40 से 89 के दायरे में कारोबार करने की उम्मीद है।