मुंबई : अमेरिकी डॉलर में मजबूती और कच्चे तेल की कीमतों में उछाल के बीच रुपया 21 पैसे टूटकर 86.91 पर बंद हुआ। पेट्रोलियम विपणन कंपनियों (ओएमसी) और आयातकों की ओर से मासान्त की डॉलर मांग ने रुपये पर और दबाव डाला। इस सप्ताह अमेरिकी फेडरल रिजर्व और बैंक ऑफ जापान की मौद्रिक नीति के फैसले से पहले निवेशक सतर्क हैं। अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया 86.76 प्रति डॉलर पर खुला। कारोबार के दौरान यह 86.92 प्रति डॉलर के निचले स्तर को छू गया। अंत में यह 86.91 प्रति डॉलर पर बंद हुआ जो पिछले बंद भाव से 21 पैसे की गिरावट है। रुपया सोमवार को डॉलर के मुकाबले 86.70 पर बंद हुआ था।
क्या कहते हैं विश्लेषक : मिराए एसेट शेयरखान के शोध विश्लेषक अनुज चौधरी ने कहा, ‘ अमेरिकी डॉलर में तेजी व कच्चे तेल की कीमतों में उछाल के कारण भारतीय रुपया गिर गया। अमेरिका-यूरोपीय संघ व्यापार समझौते को लेकर आशावाद से अमेरिकी डॉलर में मजबूती आई। हालांकि, पिछले तीन सत्रों की भारी गिरावट के बाद घरेलू शेयर बाजारों में आई तेजी ने गिरावट को कुछ कम किया।’ इस बीच, छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की स्थिति को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.13 प्रतिशत की बढ़त के साथ 98.75 पर पहुंच गया।