नयी दिल्ली : वाहनों के विनिर्माण से जुड़ी प्रोत्साहन (पीएलआई) योजना ने मार्च, 2025 तक 29,576 करोड़ रुपये का निवेश आकर्षित किया और 44,987 से अधिक नौकरियां सृजित की हैं। केंद्रीय भारी उद्योग एवं इस्पात मंत्री एच. डी. कुमारस्वामी ने यह बात कही। योजना के तहत पात्र वाहन विनिर्माता कंपनियों को प्रोत्साहन राशि का तेजी से वितरण करने का मंत्री ने भरोसा दिलाया। वाहन एवं वाहन कलपुर्जों के विनिर्माण से जुड़ी प्रोत्साहन योजना (पीएलआई-वाहन योजना) का वित्त वर्ष 2022-23 से वित्त वर्ष 2026-27 तक 25,938 करोड़ रुपये का परिव्यय है। वित्त वर्ष 2024-25 के दौरान चार आवेदकों ने प्रोत्साहन दावे प्रस्तुत किए और उन्हें 322.01 करोड़ रुपये वितरित किए गए।
समीक्षा बैठक : भारी उद्योग एवं इस्पात मंत्री ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘ पीएलआई-वाहन योजना पर, भारी उद्योग मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ एक समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की। प्र उन्होंने कहा, ‘‘ आगे बढ़ते हुए हम नियमित उद्योग कार्यशालाओं, तेजी से दावा निपटान और हितधारकों को मजबूत समर्थन के लिए प्रतिबद्ध हैं जिससे एक आत्मनिर्भर एवं वैश्विक रूप से प्रतिस्पर्धी वाहन क्षेत्र का मार्ग प्रशस्त होगा।’’पीएलआई-वाहन योजना को ‘चैंपियन ओईएम प्रोत्साहन योजना’ और ‘कलपुर्जा चैंपियन प्रोत्साहन योजना’ में विभाजित किया गया है।