मुंबई : सेबी म्यूचुअल फंड योजनाओं में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने के लिए पहली बार निवेश करने वाली महिला निवेशकों के लिए विशेष प्रोत्साहन देने की योजना पर विचार कर रहा है। भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) के चेयरमैन तुहिन कांत पांडेय ने भारतीय म्यूचुअल फंड संघ (एम्फी) के एक कार्यक्रम में यह जानकारी दी। पांडेय ने कहा, ‘वित्तीय समावेशन तब तक पूरा नहीं होगा जब तक इसमें महिलाओं की समान भागीदारी नहीं होगी। इसलिए हम पहली बार निवेश करने वाली महिला निवेशकों के लिए अतिरिक्त वितरण प्रोत्साहन लाने पर विचार कर रहे हैं।’ उन्होंने कहा कि सेबी म्यूचुअल फंड उद्योग को बढ़ावा देने और निवेशकों के हितों की रक्षा के लिए कई कदम उठा रहा है। हाल ही में दूसरी एवं तीसरी श्रेणी के शहरों के नए व्यक्तिगत निवेशकों के निवेश पर वितरकों को प्रोत्साहन देने का प्रस्ताव रखा गया है। इससे नए प्रतिभागी जुड़ेंगे और म्यूचुअल फंड का दायरा कम प्रतिनिधित्व वाले क्षेत्रों तक बढ़ेगा।
योजनाओं के वर्गीकरण की समीक्षा : सेबी प्रमुख ने कहा कि निवेश उत्पादों में लचीलापन और स्पष्टता लाने के साथ एक ही तरह की फंड योजनाओं में निवेश की समस्या को दूर करने के लिए म्यूचुअल फंड योजनाओं के वर्गीकरण की समीक्षा की जा रही है। उन्होंने कहा कि इस संबंध में चलाई जा रही परामर्श प्रक्रिया से मिलने वाले सुझावों के आधार पर अगले कदम तय होंगे।ये उपाय उद्योग को अधिक पारदर्शी और निवेशक अनुकूल बनाने में मददगार होंगे।
कारोबारी सुगमता और अनुपालन : ‘कारोबारी सुगमता’ और अनुपालन को सरल बनाने की दिशा में सेबी ने हाल ही में म्यूचुअल फंड से मांगी जाने वाली रिपोर्टों की समीक्षा की है। इनकी समीक्षा के बाद 52 से अधिक रिपोर्ट, नोटिस और परिशिष्ट जमा करने की अनिवार्यताएं खत्म कर दी गई हैं। आने वाले महीनों में बाजार नियामक म्यूचुअल फंड नियमों के व्यापक सरलीकरण पर भी काम करेगा, ताकि उद्योग के लिए अनुपालन आसान बने और निवेशकों के हितों की रक्षा भी सुनिश्चित की जा सके।