सेंसेक्स टूटा  
बिजनेस

तेल-गैस और IT में बिकवाली से बाजार में गिरावट

सेंसेक्स 345.91 अंक टूटकर 84,695.54 अंक पर बंद हुआ

मुंबई : तेल एवं गैस और IT शेयरों में बिकवाली, विदेशी पूंजी की निकासी और साल के अंत में कमजोर कारोबार होने से घरेलू शेयर बाजार गिरावट के साथ बंद हुए। बीएसई का सेंसेक्स लगातार चौथे कारोबारी सत्र में गिरावट दर्ज करते हुए 345.91 अंक यानी 0.41 प्रतिशत टूटकर 84,695.54 अंक पर बंद हुआ। सेंसेक्स एक समय 403.59 अंक गिरकर 84,637.86 अंक तक आ गया था। एनएसई का निफ्टी तीसरे दिन भी नुकसान में रहा और 100.20 अंक यानी 0.38 प्रतिशत फिसलकर 25,942.10 अंक पर बंद हुआ। बीएसई स्मालकैप सूचकांक 0.58 प्रतिशत नुकसान में रहा जबकि मिडकैप सूचकांक में 0.45 प्रतिशत की गिरावट रही। क्षेत्रवार सूचकांकों में उपयोगिता खंड में 0.91 प्रतिशत और बिजली खंड में 0.86 प्रतिशत की तेजी रही। इसके अलावा आईटी, फोकस आईटी, रियल्टी और पूंजीगत उत्पाद खंड भी चढ़कर बंद हुए।

नरमी : सेंसेक्स के समूह में शामिल कंपनियों में से अदाणी पोर्ट्स के शेयरों में सर्वाधिक 2.22 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई। एचसीएल टेक में 1.86 प्रतिशत, पावर ग्रिड में 1.85 प्रतिशत, ट्रेंट में 1.36 प्रतिशत, भारत इलेक्ट्रॉनिक्स में 1.26 प्रतिशत और भारती एयरटेल में 1.14 प्रतिशत की गिरावट रही। बाजार पूंजीकरण के लिहाज से देश की सबसे बड़ी कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज में भी 0.88 प्रतिशत की नरमी रही। केजी-डी6 गैस विवाद में रिलायंस और उसकी साझेदार बीपी से सरकार द्वारा 300 अरब डॉलर का मुआवजा मांगे जाने की खबर है।

तेजी : टाटा स्टील के शेयरों में सर्वाधिक 1.83 प्रतिशत की तेजी रही। एशियन पेंट्स, हिंदुस्तान यूनिलीवर और इटर्नल के शेयरों में भी बढ़त दर्ज की गई।

क्या कहते हैं विशेषज्ञ : बाजार विशेषज्ञों का कहना है कि फिलहाल बाजार में तेजी के लिए किसी ठोस संकेत का अभाव है। जियोजित इन्वेस्टमेंट्स लिमिटेड के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, बाजार में आगे तेजी के लिए फिलहाल मजबूत कारण नहीं दिख रहे हैं। अधिकतर निवेशक छुट्टियों के मूड में हैं, जिससे निकट अवधि में बाजार के एक दायरे में ही रहने के संकेत मिलते हैं। एशिया के अन्य बाजारों में दक्षिण कोरिया का कॉस्पी सूचकांक दो प्रतिशत से अधिक चढ़ गया। चीन का शंघाई कंपोजिट मामूली बढ़त के साथ बंद हुआ जबकि जापान का निक्की 225 और हांगकांग का हैंगसेंग नुकसान में रहे। वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 1.70 प्रतिशत चढ़कर 61.67 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया।

SCROLL FOR NEXT