जियो एयर फाइबर 
बिजनेस

2025 में जियो का 5G क्रांतिकारी सफर

डेटा खपत और डिजिटल ग्रोथ में नया रिकॉर्ड

सन्मार्ग संवाददाता

कोलकाता : साल 2025 भारत के डिजिटल इतिहास में एक निर्णायक मोड़ साबित हुआ, जब 5G टेक्नोलॉजी ने डेटा उपयोग के पैटर्न ही बदल दिए। इस बदलाव का नेतृत्व रिलायंस जियो ने किया, जिसने 23.4 करोड़ से अधिक यूजर्स को जियो ट्रू 5G पर माइग्रेट कराते हुए डेटा खपत में ऐतिहासिक उछाल दर्ज किया। जनवरी 2025 में प्रति यूजर औसतन मासिक डेटा खपत 32.3 जीबी थी, जो वर्ष के अंत तक बढ़कर 38.7 जीबी हो गई। अब जियो के कुल डेटा ट्रैफिक का लगभग 50 प्रतिशत हिस्सा 5G से आ रहा है।

तेज नेटवर्क स्पीड और एफिशिएंसी ने वीडियो स्ट्रीमिंग, क्लाउड सेवाओं, ऑनलाइन गेमिंग और डिजिटल वर्कस्पेस को नई गति दी। जियो का दावा है कि उसके 5G नेटवर्क की स्पीड प्रतिस्पर्धियों से 1.4 गुना तेज़ है और प्रोडक्टिविटी तीन गुना बढ़ी है। शहरी क्षेत्रों के साथ ग्रामीण इलाकों में भी 5G का विस्तार तेजी से हुआ, और साइट ग्रोथ दोगुनी दर्ज की गई।

सब्सक्राइबर बेस में भी जियो ने नया रिकॉर्ड बनाया। सितंबर 2025 में 50 करोड़ यूजर्स का आंकड़ा पार हुआ, और अक्टूबर के अंत तक कुल यूजर्स 50.93 करोड़ हो गए। जनवरी से सितंबर तक कुल डेटा ट्रैफिक 162 एक्साबाइट दर्ज हुआ, और सिर्फ एक तिमाही में 11.9 एक्साबाइट की वृद्धि हुई। प्रयागराज में महाकुंभ के दौरान जियो ट्रू 5G नेटवर्क ने भारी ट्रैफिक के बावजूद निर्बाध सेवाएं प्रदान कीं।

जियो एयरफाइबर ने जुलाई 2025 में दुनिया का नंबर-1 FWA नेटवर्क बनते हुए 1 करोड़ यूजर्स का आंकड़ा पार किया। टेक्नोलॉजी मोर्चे पर, स्वदेशी 5G और UBR स्टैक, 3,400 से अधिक पेटेंट फाइलिंग और बड़े पैमाने पर UBR तैनाती ने जियो को डीप-टेक इनोवेशन में अग्रणी बनाया।

साल के अंत में, मुकेश अंबानी ने Jio Platforms के आईपीओ की 2026 की पहली छमाही में होने की घोषणा की, जो भारत की सबसे बड़ी पब्लिक लिस्टिंग में से एक बन सकती है। कुल मिलाकर, 2025 जियो के लिए डिजिटल ग्रोथ, वैश्विक नेतृत्व और डेटा कंजम्प्शन में नए रिकॉर्ड का साल रहा।

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