मुंबई : वैश्विक स्तर पर तनाव से उपजी चिंताओं के बीच निवेशकों के सतर्क रुख अपना लेने से स्थानीय शेयर बाजार उतार-चढ़ाव भरे कारोबार में मामूली बढ़त के साथ बंद हुए। हालांकि रिलायंस इंडस्ट्रीज, इन्फोसिस और टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज जैसी प्रमुख कंपनियों में भारी खरीदारी और विदेशी संस्थागत निवेशकों के प्रवाह ने घरेलू बाजार को समर्थन देने का काम किया। बीएसई का सेंसेक्स 70.01 अंक यानी 0.09 प्रतिशत चढ़कर 80,288.38 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान एक समय यह 442.94 अंक बढ़कर 80,661.31 पर पहुंच गया था लेकिन बिकवाली के दबाव में नीचे आ गया। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का मानक सूचकांक निफ्टी भी 7.45 अंक यानी 0.03 प्रतिशत की मामूली बढ़त के साथ 24,335.95 अंक पर बंद हुआ।
क्या रही स्थिति : सेंसेक्स के समूह में शामिल कंपनियों में से रिलायंस इंडस्ट्रीज, टेक महिंद्रा, इटरनल (पूर्व में जोमैटो), एचसीएल टेक, इन्फोसिस, इंडसइंड बैंक, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज और बजाज फिनसर्व के शेयर बढ़त के साथ बंद हुए। इसके विपरीत, अल्ट्राटेक सीमेंट, सन फार्मा, पावर ग्रिड, एनटीपीसी, कोटक महिंद्रा बैंक और महिंद्रा एंड महिंद्रा के शेयरों में गिरावट का रुख देखा गया।
क्या कहते हैं विश्लेषक : जियोजित इन्वेस्टमेंट लि. के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, भारत-पाकिस्तान सीमा पर तनाव को लेकर उपजी भू-राजनीतिक चिंताओं के बीच सतर्कता के कारण बाजार में काफी हद तक उतार-चढ़ाव देखने को मिला। हालांकि एफआईआई की ओर से निवेश जारी रहने से बाजार की धारणा को समर्थन मिला।नायर ने कहा कि पिछले वित्त वर्ष की चौथी तिमाही के मिलेजुले नतीजों ने वित्त वर्ष 2025-26 के अनुमानों में गिरावट का जोखिम बढ़ा दिया है।एशिया के अन्य बाजारों में दक्षिण कोरिया का कॉस्पी सूचकांक और हांगकांग का हैंग सेंग बढ़त पर रहे जबकि चीन के शंघाई कंपोजिट में मामूली गिरावट रही। वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 1.59 प्रतिशत गिरकर 64.81 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया।