कृत्रिम मेधा (AI) मॉडल  
बिजनेस

फरवरी तक तैयार हो जाएगा भारत का अपना स्वदेशी AI मॉडल

पूरी तरह भारतीय डेटा पर प्रशिक्षित होगा

नयी दिल्ली : अगले साल फरवरी में होने वाले ‘इंडिया एआई इम्पैक्ट समिट’ से पहले भारत का स्वदेशी रूप से विकसित किया जा रहा अपना कृत्रिम मेधा (AI) मॉडल तैयार हो जाएगा। इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी सचिव एस. कृष्णन ने यह जानकारी दी। यहां आयोजित 'इंडिया मोबाइल कांग्रेस 2025' को संबोधित करते हुए कृष्णन ने कहा कि AI क्षेत्र में देर से प्रवेश करने के बावजूद भारत ने अपनी कंप्यूटिंग अवसंरचना को तेजी से बढ़ाया है और 10,000 GPU (ग्राफिक्स प्रोसेसिंग यूनिट) के लक्ष्य के मुकाबले 38,000 GPU की तैनाती की है।भारत अपने आधारभूत मॉडल तैयार कर रहा है। वर्ष के अंत तक हमें अपना पहला पूरी तरह भारतीय आधारभूत मॉडल मिलने की उम्मीद है। इंडिया एआई समिट होने तक भारत का स्वायत्त मॉडल पेश कर देने की योजना है।

कैसा होगा स्वायत्त AI मॉडल : स्वायत्त एआई मॉडल भारत में विकसित ऐसा स्वदेशी AI तंत्र होगा जो पूरी तरह भारतीय डेटा पर प्रशिक्षित होगा और देश के भीतर स्थित सर्वरों पर ही संचालित किया जाएगा। सरकार ने ‘इंडिया AI इम्पैक्ट समिट 2026’ का आयोजन 19-20 फरवरी को करने की घोषणा की है। कृष्णन ने कहा कि सरकार AI के संभावित प्रभावों को लेकर सतर्क है और ऐसे मंच विकसित करना चाहती है जो समावेशी हों।

छोटे AI मॉडल विकसित करने पर भी जोर :सरकार क्षेत्र-विशिष्ट छोटे AI मॉडल विकसित करने पर भी जोर दे रही है, ताकि प्रौद्योगिकी का लाभ उन क्षेत्रों तक भी पहुंचे जहां इसकी सबसे अधिक जरूरत है। सरकार लगातार कंप्यूटिंग क्षमता बढ़ा रही है और भारतीय कंपनियों के लिए अधिक GPU उपलब्ध कराएगी।

स्वदेशी GPU : स्वदेशी GPU के विकास में प्रगति के बारे में पूछे जाने पर कृष्णन ने कहा कि यह 'इंडिया सेमीकंडक्टर मिशन 2.0' के तहत सरकार के महत्वपूर्ण लक्ष्यों में से एक होगा, जिस पर वर्तमान में चर्चा चल रही है। इलेक्ट्रॉनिक्स मंत्रालय के अतिरिक्त सचिव अभिषेक सिंह ने कहा कि भारत का स्वायत्त एआई मॉडल पूरी तरह भारतीय डेटा सेट पर प्रशिक्षित होगा और भारत में स्थित सर्वरों पर ही संचालित किया जाएगा। सरकार 12 घरेलू कंपनियों को समर्थन दे रही है और इनमें से दो के आधारभूत मॉडल इस वर्ष के अंत तक तैयार हो जाएंगे।

SCROLL FOR NEXT