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डॉलर राजा है, इसे ऐसे ही बनाए रखेंगे : ट्रंप

ब्रिक्स में शामिल हर देश को 10 प्रतिशत शुल्क देना होगा

न्यूयॉर्क/वाशिंगटन : ब्रिक्स के सदस्य देशों पर 10 प्रतिशत शुल्क लगाए जाने की चेतावनी देते हुए अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दावा किया कि इस समूह की स्थापना अमेरिका को नुकसान पहुंचाने और डॉलर को कमजोर करने के लिए की गई है। ट्रंप ने ‘व्हाइट हाउस’ में कैबिनेट की छठी बैठक में पत्रकारों से बात करते हुए यह टिप्पणी की। उन्होंने कहा, ‘अगर वे ब्रिक्स में हैं तो उन्हें 10 प्रतिशत शुल्क देना होगा।’ ट्रंप ने कहा कि ब्रिक्स की स्थापना ‘हमें नुकसान पहुंचाने’ और ‘हमारे डॉलर को कमजोर करने’ और डॉलर को मानक मुद्रा की स्थिति से हटाने के लिए की गई थी। और अगर वे यह खेल खेलना चाहते हैं तो ठीक है लेकिन मैं भी यह खेल खेल सकता हूं। इसलिए ब्रिक्स में शामिल हर देश को 10 प्रतिशत शुल्क देना होगा।

डॉलर राजा : यह ‘बहुत जल्द’ होगा। ट्रंप ने कहा, अगर डॉलर विश्व में मानक नहीं रहता है तो यह एक युद्ध, एक बड़ा विश्व युद्ध हारने जैसा होगा; हम पहले जैसे देश नहीं रह जाएंगे। हम ऐसा नहीं होने देंगे... डॉलर राजा है, हम इसकी स्थिति ऐसे भी बनाए रखेंगे। अगर लोग इसे चुनौती देना चाहते हैं तो वे ऐसा कर सकते हैं लेकिन उन्हें इसकी बड़ी कीमत चुकानी होगी और मुझे नहीं लगता कि उनमें से कोई भी इस कीमत को चुकाने के लिए तैयार है। ब्रिक्स देशों- ब्राजील, रूस, भारत, चीन, दक्षिण अफ्रीका, सऊदी अरब, मिस्र, संयुक्त अरब अमीरात, इथियोपिया, इंडोनेशिया और ईरान के नेता छह-सात जुलाई को ब्राजील में आयोजित 17वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में शामिल हुए।

टूट गया है ब्रिक्स : ट्रंप ने दावा किया कि ब्रिक्स ‘काफी हद तक टूट गया’ है लेकिन ‘कुछ देश ऐसे भी हैं जो अब भी (इसके सदस्य) बने हुए हैं।’ मेरी राय में ब्रिक्स कोई गंभीर खतरा नहीं है लेकिन वे डॉलर को नष्ट करने की कोशिश कर रहे हैं ताकि कोई दूसरा देश (हमारी) जगह ले सके और मानक बन सके। हम किसी भी हाल में (डॉलर की) मानक (मुद्रा) की यह स्थिति खोने वाले नहीं हैं। यदि आपके पास एक समझदार राष्ट्रपति है, तो आप कभी भी मानक नहीं खोएंगे।

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