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साइबर उल्लंघनों से 8.8 करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान

कृत्रिम मेधा में निवेश 46 प्रतिशत के साथ बजट प्राथमिकताओं में सबसे ऊपर है

नयी दिल्ली : पीडब्ल्यूसी की सर्वेक्षण रिपोर्ट के अनुसार, साइबर बजट बढ़ रहे हैं। हालांकि, यह गति धीमी है। भारत में 87 प्रतिशत संगठन अगले 12 महीनों में अपने साइबर सुरक्षा खर्च को बढ़ाने की योजना बना रहे हैं। एक सर्वे में करीब एक-चौथाई भारतीय उद्यमों ने पिछले तीन वर्षों में साइबर उल्लंघनों से 10 लाख अमेरिकी डॉलर (करीब 8.8 करोड़ रुपये) से अधिक के नुकसान की सूचना दी है। यह जोखिम विशेष रूप से उन कंपनियों में अधिक है जिनकी वार्षिक आय पांच अरब डॉलर या उससे अधिक है।

प्राथमिकताओं में सबसे ऊपर : ‘पीडब्ल्यूसी 2026 ग्लोबल डिजिटल ट्रस्ट इनसाइट्स’ सर्वेक्षण में पाया गया कि कृत्रिम मेधा (एआई) में निवेश 46 प्रतिशत के साथ बजट प्राथमिकताओं में सबसे ऊपर है। उसके बाद क्लाउड सुरक्षा 33 प्रतिशत के साथ दूसरे स्थान पर है। यह सर्वेक्षण 138 भारतीय व्यापार और प्रौद्योगिकी अधिकारियों के जवाबों पर आधारित है। ...25 प्रतिशत कंपनियों का कहना है कि पिछले तीन वर्षों में उनके सबसे नुकसानदायक ‘डेटा’ उल्लंघन से उनके संगठन को कम से कम 10 लाख डॉलर का नुकसान हुआ है और यह नुकसान पांच अरब डॉलर या उससे अधिक राजस्व उत्पन्न करने वाले उद्यमों (45 प्रतिशत) में सबसे अधिक है।

साइबर बजट में वृद्धि : इस वर्ष, भारतीय कंपनियों के 87 प्रतिशत प्रमुखों को उम्मीद है कि आने वाले वर्ष में उनके साइबर बजट में वृद्धि होगी और उनमें से लगभग एक-तिहाई ने खर्च को 10 प्रतिशत से अधिक बढ़ाने की योजना बनाई है। यह पिछले वर्ष के 93 प्रतिशत से थोड़ी कम है फिर भी निरंतर निवेश का एक मजबूत संकेत है। उल्लेखनीय रूप से, इनमें से लगभग एक-तिहाई (38 प्रतिशत) ने कहा कि उनके बजट में 6-10 प्रतिशत की वृद्धि होने की संभावना है। आधे से ज्यादा (60 प्रतिशत) सुरक्षा प्रमुख एआई से जुड़ी चेतावनी से निपटने को प्राथमिकता दे रहे हैं, जबकि लगभग 47 प्रतिशत ‘एजेंटिक एआई’ जैसे अन्य एआई-संचालित कार्यों पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। साइबर सुरक्षा कार्यबल की कमी प्रगति में बाधा बन रही है क्योंकि संगठन एआई को संचालित कर रहे हैं, जटिल वातावरण को सुरक्षित कर रहे हैं और अगली पीढ़ी के खतरों के लिए तैयारी कर रहे हैं।

सीमित विशेषज्ञता : सर्वे में शामिल लगभग 60 प्रतिशत उत्तरदाताओं ने साइबर सुरक्षा के लिए एआई के उपयोग में सीमित विशेषज्ञता का हवाला दिया, जबकि 50 प्रतिशत ने पिछले एक साल में साइबर सुरक्षा के लिए एआई को अपनाने में प्राथमिक आंतरिक बाधा के रूप में अपर्याप्त कौशल को चिह्नित किया। इन चुनौतियों के बावजूद, संगठन एआई और मशीन लर्निंग निवेश (61 प्रतिशत) को प्राथमिकता देकर, सुरक्षा उपकरणों को समेकित करके (51 प्रतिशत), स्वचालन समाधान तैनात करके (49 प्रतिशत) और कर्मचारियों को हुनरमंद बनाकर (49 प्रतिशत) कदम उठा रहे हैं।

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