नयी दिल्ली : त्योहारों के बाद मोटर वाहनों की खुदरा बिक्री में तेजी बनी रही। नवंबर में रजिस्ट्रेशन में सालाना आधार पर दो प्रतिशत की वृद्धि हुई। इसे यात्री वाहनों, तिपहिया वाहनों, वाणिज्यिक वाहनों और ट्रैक्टर की मजबूत मांग से बल मिला। फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशन (फाडा) के अनुसार, नवंबर 2024 में 32,31,526 इकाइयों की तुलना में पिछले महीने कुल खुदरा बिक्री बढ़कर 33,00,832 इकाई हो गई।
क्या रहा कारण : फाडा के अध्यक्ष सी. एस. विग्नेश्वर ने कहा, जीएसटी दरों में कटौती और मूल उपकरण विनिर्माताओं (ओईएम) के डीलर द्वारा की जा रही खुदरा पेशकशों से ग्राहकों ने खरीद की योजना बनाई जिससे त्योहारों के बाद भी ग्राहकों की संख्या में लगातार बढ़ती रही। विभिन्न श्रेणियों में कीमतों में कटौती से अक्टूबर में अच्छी खरीदारी हुई और नवंबर में भी ग्राहकों की संख्या में बढ़ोतरी जारी रही। नवंबर 2025 में त्योहारों के बाद की पारंपरिक मंदी को दरकिनार कर दिया गया तथा पिछले वर्ष के असामान्य रूप से उच्च तुलनात्मक आधार के बावजूद मजबूत प्रदर्शन किया गया। उद्योग निकाय के अनुसार, नवंबर में यात्री वाहनों का पंजीकरण 20 प्रतिशत बढ़कर 3,94,152 इकाई हो गया जो पिछले वर्ष की समान अवधि में 3,29,253 इकाई से अधिक है। जीएसटी में कटौती, विवाह संबंधी मांग, उच्च प्रतीक्षा वाले मॉडलों की बेहतर आपूर्ति और कॉम्पैक्ट एसयूवी से निरंतर बढ़ावा के कारण इस खंड में वृद्धि देखी गई।
दोपहिया वाहनों की खुदरा बिक्री : नवंबर में दोपहिया वाहनों की खुदरा बिक्री में पिछले साल की तुलना में तीन प्रतिशत की गिरावट के साथ 25,46,184 इकाई रह गई। वाहनों का भंडार (स्टॉक) का समय 53-55 दिन से घटकर 44-46 दिन रह गया जो बेहतर मांग-आपूर्ति अनुशासन का संकेत है।
वाणिज्यिक वाहनों का पंजीकरण : वाणिज्यिक वाहनों का पंजीकरण पिछले वर्ष की तुलना में 20 प्रतिशत बढ़कर 94,935 इकाई हो गया। इसे चुनिंदा बुनियादी ढांचा गतिविधियों, माल ढुलाई, सरकारी निविदा चक्रों और जीएसटी सुधारों से समर्थन मिला।
तिपहिया वाहनों की खुदरा बिक्री : नवंबर में तिपहिया वाहनों की खुदरा बिक्री नवंबर 2024 के 1,08,317 इकाइयों की तुलना में सालाना आधार पर 24 प्रतिशत बढ़कर 1,33,951 इकाई हो गई।
ट्रैक्टर पंजीकरण : उद्योग निकाय ने बताया कि ट्रैक्टर पंजीकरण में पिछले महीने सालाना आधार पर 57 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई। यह नवंबर 2024 की 80,507 इकाइयों की तुलना में पिछले महीने 1,26,033 इकाई रहा।
बिक्री का परिदृश्य : अगले तीन महीनों में भारत की मोटर वाहन खुदरा बिक्री का परिदृश्य सकारात्मक बना हुआ है, जिसे जीएसटी 2.0 कर युक्तिकरण, ग्रामीण आर्थिक संकेतकों में सुधार से निरंतर गति का समर्थन प्राप्त है...वहीं 74 प्रतिशत डीलर को सभी क्षेत्रों में वृद्धि की उम्मीद है....उद्योग निकाय ने कहा कि जनवरी में अपेक्षित मूल्य वृद्धि, 2026 में नए मॉडलों की पेशकश और विवाह संबंधी मांग से बिक्री को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है। साथ ही फसल से होनी वाली आय से ग्रामीण क्षेत्रों में खुदरा मांग मजबूत रहने की उम्मीद है।