नागपुर : महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने बिहार में राजग की जीत के बाद विपक्षी दलों द्वारा की जा रहीं आलोचनाओं पर पलटवार करते हुए शनिवार को कहा कि 'जो जीता वही सिकंदर।' उन्होंने विपक्ष को हार को स्वीकार करने, अपनी गलतियों को पहचानने और आत्ममंथन करने की नसीहत दी।
भारतीय जनता पार्टी और JDU समेत विभिन्न दलों के राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) ने शुक्रवार को बिहार में कांग्रेस, राष्ट्रीय जनता दल (RJD) और अन्य दलों के महागठबंधन को करारी शिकस्त देते हुए राज्य में सत्ता बरकरार रखी। बारामती में शनिवार को राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार) के अध्यक्ष शरद पवार ने सवाल उठाया कि निर्वाचन आयोग ने बिहार में चुनाव प्रक्रिया के दौरान पैसों का वितरण कैसे होने दिया।
वह मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना का जिक्र कर रहे थे, जिसके तहत प्रत्येक परिवार की महिला सदस्य को व्यवसाय शुरू करने के लिए पैसे दिए जा रहे हैं। पवार ने कहा, 'निर्वाचन आयोग को यह सोचने की आवश्यकता है कि बिहार सरकार की ओर से किया गया पैसे का वितरण सही था या नहीं।
पत्रकारों ने जब एक कार्यक्रम के दौरान फडणवीस से पवार के बयान के बारे में पूछा, तो उन्होंने कहा, 'ऐसा है कि जो जीता वही सिकंदर। हार के बाद परिणाम स्वीकार करना चाहिए, अपनी गलतियों को पहचानना चाहिए और आत्ममंथन करना चाहिए। हालांकि, हमारा विपक्ष आत्ममंथन करना नहीं चाहता।'
गौरतलब है कि बिहार में महागठबंधन की करारी हार हुई है। इस हार के बाद विपक्ष ने इशारो-इशारो में चुनाव आयोग और सत्ता दल की मिलीभगत के साथ ही भाजपा की लुभावनी घोषणाओं को विपक्ष की हार का जिम्मेदार ठहराना शुरू कर दिया है। ऐसे में पक्ष और विपक्ष के नेताओं के बीच जुबानी जंग तेज हो गई है। आगे घटनाक्रम में बिहार की राजनीती दिलचप्स रुख ले सकती है।