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बिहार : नीट-यूजी परीक्षा से पहले ‘प्रश्नपत्र’ बेचने के आरोप में जालसाज गिरफ्तार

ईओयू और पुलिस ने आरोपी को हिरासत में लिया

पटना : पुलिस ने देशभर में 4 मई को आयोजित राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा-स्नातक (नीट-यूजी) से पहले मेडिकल उम्मीदवारों से धोखाधड़ी के आरोप में बिहार के अररिया जिले से एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने सोमवार को बताया कि गिरफ्तार किए गए जालसाज पर धन के बदले उम्मीदवारों को परीक्षा का ‘प्रश्नपत्र’ मुहैया कराने का आरोप है। आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) और अररिया पुलिस के अधिकारियों ने तीन मई को आरोपी को हिरासत में लिया।

ईओयू ने एक बयान में कहा, गुप्त सूचना मिली थी कि जालसाजों का एक समूह नीट उम्मीदवारों से कथित तौर पर पैसे ले रहा है और उन्हें परीक्षा से पहले प्रश्नपत्र उपलब्ध कराने का झूठा वादा कर रहा है, जिसके बाद ईओयू ने अररिया में अपनी साइबर इकाई और जिला पुलिस को सतर्क कर दिया। एक टीम का गठन किया गया और एस के फैज को मेडिकल उम्मीदवारों को ठगने के आरोप में गिरफ्तार किया गया।

जांच में यह भी पता चला कि आरोपी ने छात्रों के साथ धोखाधड़ी की और उनसे अपने खाते में पैसे अंतरित करवाए। मामले में जांच की जा रही है। बिहार पुलिस ने उम्मीदवारों और अभिभावकों को साइबर जालसाजों द्वारा किए जाने वाले फोन कॉल के प्रति आगाह किया था, जिसमें उन्हें नीट-यूजी परीक्षा से पहले प्रश्नपत्र उपलब्ध कराने का लालच दिया जाता है।

ईओयू ने पिछले महीने पटना से नीट (यूजी)-24 प्रश्नपत्र लीक मामले के कथित सरगना संजीव कुमार सिंह उर्फ ​​संजीव मुखिया को गिरफ्तार किया था। वह मार्च 2024 में आयोजित बिहार लोक सेवा आयोग शिक्षक भर्ती परीक्षा (टीआरई-3) के प्रश्नपत्र लीक मामले में कथित संलिप्तता के सिलसिले में भी वांछित था।

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